भोपाल
बाढ प्रभावित क्षेत्रों में फसलों को लेकर करवाए जा रहे सर्वे के तरीके पर नेताप्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सवाल खडे किए हैं। भार्गव ने ट्वीटकर किसानों के गले में स्लेट बांधकर सर्वे के काम को न सिर्फ निदंनीय बताया बल्कि उन्होंने इस किसानों को अपमान बताया है। भार्गव ने ट्वीट किया कि विदिशा जिले के ग्यारसपुर से सटे मनोरा गाँव में कमलनाथ सरकार द्वारा किसानों के गले में अपराधियों की तरह पट्टी बांध कर खराब फसल का सर्वे करवाया जाना बेहद ही निंदनीय है। मैं प्रशासन के इस कृत्य की कड़े शब्दों में भर्सना करता हूँ। यह सरकार किसानों को ओर कितना अपमानित करेंगी?
विदिशा जिले के ग्यारसपुर से सटे मनोरा गाँव में @OfficeOfKNath सरकार द्वारा किसानों के गले में अपराधियों की तरह पट्टी बांध कर खराब फसल का सर्वे करवाया जाना बेहद ही निंदनीय है। मैं प्रशासन के इस कृत्य की कड़े शब्दों में भर्सना करता हूँ। यह सरकार किसानों को ओर कितना अपमानित करेंगी? pic.twitter.com/ZnAv0VwUlP
— Gopal Bhargava (Leader of Opposition) (@bhargav_gopal) September 30, 2019
वहीं एक अन्य ट्वीट में भार्गव ने लिखा कि अतिवृष्टी से किसानों की फसले बर्बाद हो गईं। पीड़ित किसानों को राहत देने के नाम पर सरकार उनके साथ अपराधियों जैसा सुलूक कर रही है। जो कि कमलनाथ सरकार के अमानवीय चेहरे को उजागर करता है। सर्वे के नाम पर किसानों के हाथों में कैदियों की तरह स्लेट पकडा कर उनकी तस्वीर खिंचवाई गई। फर्क इतना था कि इस स्लेट पर अपराध की जगह किसान का नाम, फसल का नाम, खसरा नंबर और जमीन के बारे में लिखा गया है। अन्नदाता के साथ खूंखार या लिस्टेड गुंडों जैसा सलूक किया जाना बेहद ही शर्मनाक है
सर्वे के नाम पर किसानों के हाथों में कैदियों की तरह स्लेट पकडा कर उनकी तस्वीर खिंचवाई गई। फर्क इतना था कि इस स्लेट पर अपराध की जगह किसान का नाम, फसल का नाम, खसरा नंबर और जमीन के बारे में लिखा गया है। अन्नदाता के साथ खूंखार या लिस्टेड गुंडों जैसा सलूक किया जाना बेहद ही शर्मनाक है
— Gopal Bhargava (Leader of Opposition) (@bhargav_gopal) September 30, 2019