पाकिस्तान
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 निष्प्रभावी किए जाने और राज्य का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद पाकिस्तान मोदी सरकार पर लगातार हमलावर है और वह अंतरराष्ट्रीय बिरादरी में भारत को अलग-थलग करने की नाकाम कोशिश कर रहा है. इस बीच पाकिस्तान ने भारत के साथ द्विपक्षीय संबंध खत्म कर लिया है. अब खबर है कि पाक अपने हवाई क्षेत्र भारत के लिए बंद करने की योजना बना रहा है.
हालांकि पाकिस्तान की ओर से भारत के लिए हवाई क्षेत्र बंद किए जाने की खबरों पर पाक के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने स्पष्ट किया है कि अभी तक देश के हवाई क्षेत्र को भारत के लिए बंद करने पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है. पाकिस्तानी अखबार डॉन समाचार ने यह जानकारी दी है.
नेशनल डेटाबेस एंड रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी (नाड्रा) के दौरे पर महमूद कुरैशी ने पत्रकारों से इस मुद्दे के सभी रिपोर्टों को 'काल्पनिक' बताकर खारिज कर दिया. महमूद कुरैशी ने कहा, 'उचित विचार-विमर्श करने और परामर्श के बाद प्रत्येक स्वरूप और हर पहलू को देखने के बाद इस मुद्दे पर निर्णय लिया जाएगा. प्रधानमंत्री इमरान खान का निर्णय ही अंतिम निर्णय होगा.'
पाकिस्तान मीडिया की उन रिपोर्ट्स के बाद यह अटकलें और तेज हो गईं कि बुधवार को पाकिस्तान नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने कराची जाने वाली सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए तीनों मार्गों को बंद करने के बाद देश के हवाई क्षेत्र को भारतीय उड़ानों के लिए बंद कर दिया है.
पूर्ण प्रतिबंध का सुझाव
एक दिन पहले ही पाकिस्तान के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि भारत से यातायात के लिए पाकिस्तान अपने हवाई क्षेत्र को 'पूरी तरह से बंद' करने पर विचार कर रहा है. फवाद चौधरी ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए कहा था कि कैबिनेट की बैठक में भारत-अफगानिस्तान में व्यापार के लिए पाकिस्तान के भू-मार्गों के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध का सुझाव दिया गया था.
पाकिस्तान ने इस साल फरवरी में भारतीय वायुसेना की बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक किए जाने के बाद भारत के लिए अपने एयरस्पेस बंद कर दिए थे. बाद में पाक ने 27 मार्च को नई दिल्ली को छोड़कर बैंकाक और कुआलालंपुर के लिए अपनी उड़ान शुरू कर दी थी. फिर 15 मई को पाक ने 30 मई तक भारत के लिए अपने एयर स्पेस बंद करने का फैसला लिया. हालांकि 16 जुलाई को पाक ने भारत के लिए एयरस्पेस पूरी तरह से खोल दिया.
5 अगस्त को अनुच्छेद 370 निष्प्रभावी किए जाने के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच रिश्ते फिर से खराब हो गए और पाक ने भारत से अपने व्यापारिक संबंध निलंबित कर दिए. ट्रेन और बस सेवा भी बंद कर दी.