कोलकाता
मुख्य कोच डब्ल्यूवी रमण ने कहा कि आगामी टी20 विश्व कप में भारतीय महिला क्रिकेट टीम के पास खिताब जीतने का मौका होगा लेकिन इसके लिए उन्होंने 'भावनात्मक संतुलन' बनाने पर जोर दिया। हरमनप्रीत कौर की कप्तानी वाली टीम में हरियाणा की 15 साल की प्रतिभाशाली शेफाली वर्मा के अलावा बंगाल की 16 साल की हरफनमौला ऋचा घोष भी शामिल है।
रमण ने 21 फरवरी से आठ मार्च तक खेले जाने वाले इस टूर्नामेंट के बारे में कहा, ''मैं अपनी टीम की दावेदारी को लेकर सकारात्मक हूं। मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहता हूं लेकिन मुझे लगता है हमारे पास अच्छा मौका है।''
उन्होंने 'द विनिंग सिक्सर-लीडर्स लेसन टू मास्टर्स' किताब के लॉन्च पर यहां कहा, ''टीम में अभी जिस चीज की जरूरत है, वह है भावनात्मक संतुलन बनाना। स्कोरकार्ड में अचानक से बदलाव से लय प्रभावित होती है, इससे दोनों तरह की भावनाएं (सकारात्मक और नकारात्मक) उभर सकती है। अगर वे बीच का रास्ता चुनने में सफल रहे तो इससे हमारी सफलता का मौका बढ़ेगा।''
भारतीय टीम को युवा सनसनी शेफाली से काफी उम्मीदें होगी जिन्होंने बीते नवंबर में सबसे कम उम्र में अंतरराष्ट्रीय अर्धशतक लगाने का सचिन तेंदुलकर का भारतीय रिकॉर्ड तोड़ा था। रमण ने कहा कि शेफाली की तुलना आक्रामक वीरेन्द्र सहवाग से की जाती है जिनके पास इसे साबित करने का मौका होगा।
उन्होंने कहा, ''उसने हर किसी की सोच को बदल दिया है। अब इसे साबित करना उसकी जिम्मेदारी है। सहवाग ने भी खुद की काबिलियत समझने के बाद बल्लेबाजी की पूरी शैली को बदल दिया। वह भी सहवाग की तरह सीखेगी कि खेल को कैसे आगे बढ़ाना है। अच्छी बात यह है कि उसने साबित किया है कि वह इस स्तर पर प्रदर्शन कर सकती है।''