नई दिल्ली
भारत ने 13वें दक्षिण एशियाई खेलों के समापन के एक दिन पहले मुक्केबाजी में छह स्वर्ण के बूते सोमवार को यहां अपने पदकों की संख्या 300 के करीब पहुंचा दी। प्रतिस्पर्धा के आठवें दिन भारतीय खिलाड़ियों ने 31 स्वर्ण, 12 रजत और तीन कांस्य सहित 46 पदक जीते।
भारत के कुल पदकों की संख्या 297 (163 स्वर्ण, 91 रजत और 43 कांस्य) हो गई जिससे वह तालिका में शीर्ष पर काबिज है। वहीं नेपाल 195 पदक (49 स्वर्ण, 54 रजत और 92 कांस्य) दूसरे और श्रीलंका 236 पदक (39 स्वर्ण, 79 रजत और 118 कांस्य) तीसरे स्थान पर है। भारत को प्रतियोगिता के आखिरी दिन मुक्केबाजी की सात स्पर्धाओं में भाग लेना है ऐसे में गुवाहाटी में 309 पदकों का रिकॉर्ड टूटना मुश्किल है।
भारत ने कुश्ती स्पर्धा में 14 स्वर्ण पदक जीतकर अपने अभियान का समापन किया। सैग में कुश्ती की 20 स्पर्धाएं थी लेकिन नियमों के मुताबिक कोई भी देश 14 से अधिक स्पर्धा में भाग नहीं ले सकता है ऐसे में भारत ने पुरुष और महिला वर्ग के सात-सात भार वर्ग में हिस्सा लिया और सभी में स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहा।
भारत ने कबड्डी और बास्केटबॉल तीन गुणा तीन में भी सूपड़ा साफ किया जहां पुरुषों और महिलाओं की दोनो वर्गों की टीमों ने स्वर्ण जीता। तलवारबाजी में भी भारतीय खिलाड़ी सोमवार को तीनों स्वर्ण जीतने में सफल रहे। पुरुष के फोइल टीम स्पर्धा के साथ महिला टीम ने ईपी और साबेर स्पर्धाओं में शीर्ष पर रही।
निशानेबाजी में अनुराज सिंघा और श्रवण कुमार की भारतीय जोड़ी ने मिश्रित एअर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक हासिल किया। निशानेबाजी में भारत ने 18 स्वर्ण, 7 रजत और 4 कांस्य पदक अपने नाम किये।
काठमांडो। राष्ट्रीय चैंपियन अंकित खटाना (75 भारवर्ग) और उभरते मुक्केबाज कलईवानी श्रीनिवासन (48 भारवर्ग) ने सैग में भारत को स्वर्णिम सफलता दिलाई। भारत को कुल छह स्वर्ण पदक मिले। हालांकि विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले मनीष कौशिक को नेपाल के भूपेंद्र थापा से फाइनल में हार के बाद रजत पदक से संतोष करना पड़ा। पुरुष वर्ग में विनोद तंवर (49 भारवर्ग), सचिन (56 भारवर्ग) और गौरव चौहान (91) भी चैंपियन बने। महिलाओं में परवीन (60 भारवर्ग) विजेता बनीं। खटाना ने श्रीलंका के दिनेश मधुरंगा को आसानी से पराजित किया। विनोद तंवर ने भूटान के ताशी वांगडी को 5-0 से हराया। सचिन ने बांग्लादेशी मुक्केबाज को हराया। गौरव को पाकिस्तान के सनाउल्लाह से चुनौती लेकिन वह 4-1 से जीतने में सफल रहे।