भोपाल
बलात्कार की घटनाओं को लेकर देशभर में गुस्से के बीच मध्यप्रदेश में राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आठ माह पहले हुए एक रेप के मामले को लेकर धीमी कार्रवाई के विरोध में धरने पर बैठ गए हैं। वहीं कांग्रेस ने आरोप लगाया है शिवराज सिंह राजनीति कर रहे हैं। दूसरी ओर बताया जा रहा है कि डीएनए रिपोर्ट दिल्ली स्थित फॉरेंसिंक लैब में अटकी हुई है।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज रोशनपुरा चौक पर 8 माह पहले हुए एक रेप और हत्या के मामले में दोषियों को सजा दिलाने की मांग को लेकर धरना दिया। उनके साथ धरने में पीड़ित परिजनों के अलावा भाजपा के नेता मौजूद रहे। बेटी बचाओ अभियान के तहत दिए गए धरने के दौरान शिवराज ने कहा कि मनुआभान टेकरी में हुई इस हत्या के मामले में बेटी को न्याय नहीं मिला है। उसकी मां कई बार उनके पास आ चुकी हैं। इसलिए बेटी को न्याय दिलाने वे धरने पर बैठे हैं। धरने के बाद सभी नेता सीएम हाउस घेरने के लिए रवाना हुए। हालांकि पुलिस ने सभी को बाणगंगा चौराहे पर रोक लिया।
30 अप्रैल को मनुआभान की टेकरी पर हुई इस घटना में पुलिस ने इस 45 गवाह बनाए थे। कोर्ट में बच्ची के माता-पिता और चाचा के अलावा चार अन्य गवाहों के बयान दर्ज हुए थे। मामले में एक-एक महीने में सुनवाई चल रही है। पुलिस ने अपनी विवेचना पूरी कर 16 जून को कोर्ट में चालान भी पेश किया था। उसकी डीएनए रिपोर्ट दिल्ली फॉरेंसिक लैब में अटकी हुई है। रिपोर्ट मिलते ही उसे भी कोर्ट में पेश कर दी जाएगी।