भोपाल
मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि बेहतर समाज और देश के नव-निर्माण के लिए जरूरी है कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और भोजन मिले। उन्होंने कहा कि अक्षय पात्र संस्था ने बच्चों को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ बनाने के लिए गरम और अच्छा भोजन देने की अनुकरणीय पहल की है। कमल नाथ बावड़ियाकला में अक्षय पात्र संस्था द्वारा एचईजी के सहयोग से निर्मित मेगा किचन इकाई का शिलान्यास कर रहे थे।
इस मौके पर जनसम्पर्क एवं विधि-विधायी कार्य मंत्री पी.सी. शर्मा और पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि शासकीय स्कूलों में बच्चों को मध्यान्ह भोजन देने के संबंध में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग एवं अक्षय पात्र संस्था के मध्य 9 सितम्बर को मुख्यमंत्री की उपस्थिति में एम.ओ.यू हस्ताक्षरित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर काम करने के लिए जरूरी है कि सोच भी अच्छी हो। अक्षय पात्र बच्चों को निष्ठा और समर्पण की भावना से भोजन उपलब्ध करवाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षित और स्वस्थ बच्चे ही देश का भविष्य होते हैं। कोई भी राष्ट्र इसके बगैर श्रेष्ठ राष्ट्र नहीं बन सकता। बच्चे ज्ञानवान बनें, उनका मानसिक स्तर अच्छा हो, इसके लिए अच्छा भोजन मिलना भी जरूरी है। उन्होंने एचईजी द्वारा समाज सेवा के क्षेत्र में किए जा रहे कामों की सराहना की। कमल नाथ ने कहा कि उद्योगों द्वारा कार्पोरेट सोशल रिस्पांसिलिबिटी निधि का उपयोग समाज सेवा के उन क्षेत्रों में उपयोग किया जाना चाहिए, जिसके सार्थक परिणाम मिलें। एचईजी इस दिशा में एक अच्छी सोच के साथ काम कर रहा है।
पहला अनुभव जब सरकार ने पहल की
एचईजी लिमिटेड के अध्यक्ष रवि झुनझुनवाला ने कहा कि मुझे सरकारी क्षेत्र में बहुत कम ऐसा अनुभव हुआ है, जब सरकार एक अच्छे काम के लिए स्वयं पहल करके सहयोग करे। उन्होंने बताया कि पूर्व में बच्चों को भोजन उपलब्ध करवाने के लिए किचन निर्माण के लिये जो जमीन थी, वह हमारे लिए बेहतर सेवाएं देने के लिए उपयुक्त नहीं थी। मुख्यमंत्री कमल नाथ की सरकार ने इस बारे में सोचा और हमें बावड़ियाकला में दूसरी जमीन उपलब्ध करवाई। उन्होंने कहा कि निश्चित ही यहां से हमें बच्चों को भोजन समय पर उपलब्ध करवाना सुविधाजनक होगा। उन्होंने बताया कि एचईजी अपने सीएसआर फंड से छिंदवाड़ा और भोपाल में 15 करोड़ रूपए की लागत से अक्षय पात्र के सहयोग से मेगा किचन का निर्माण करेगी। उन्होंने बताया कि अभी तक अक्षय पात्र संगठन बच्चों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए बड़े प्रोजेक्ट पर काम करती थी। मुख्यमंत्री कमल नाथ ने अपने सुझावों से अक्षय पात्र को छोटे प्रोजेक्ट पर भी काम करने की प्रेरणा दी। इसका ही परिणाम है कि पहली बार यह संस्था छिंदवाड़ा में 8 हजार बच्चों को भोजन उपलब्ध करवाने का प्रोजेक्ट शुरू कर रही है। इससे निश्चित ही प्रदेश के अन्य छोटे जिलों में अक्षय पात्र अपनी सेवाएं दे सकेगी। ऐसा मुख्यमंत्री के कारण ही संभव हुआ। उन्होंने बताया कि एचईजी भोपाल में समाज सेवा के क्षेत्र में एक अन्य प्रोजेक्ट पर भी काम कर रही हैं जो 'अपना घर' नाम से है। इसमें जो लोग सड़कों पर रह रहे हैं, अपने परिवार से बिछड़े हुए हैं, ऐसे हर आयु के लोगों को 'अपना घर' में आश्रय दिया जाता है। इसके अलावा, किसानों की आय को दोगुना करने के संबंध में महाराष्ट्र के लातुर में काम कर रहे मयंक गांधी होलकर से मुख्यमंत्री की मुलाकात हो चुकी है। उनके सहयोग से सांची, विदिशा, और अब्दुलागंज में किसानों को नगद फसलों के क्षेत्र में प्रोत्साहित कर उनकी आय बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। इसके जरिए 20 हजार रूपये तक आय वाले किसानों की आय बढ़कर 5 लाख रूपये होना और 50 हजार रूपये तक आय वाले किसानों की आय में 8 से 10 लाख रूपये तक की वृद्धि होना अनुमानित है।
मुख्यमंत्री ने स्वयं लिया प्रोजेक्ट का फालोअप
अक्षय पात्र के वाईस प्रेसीडेंट चंचल पति दास ने कहा कि छिंदवाड़ा और भोपाल में बच्चों को भोजन उपलब्ध कराने का उनके प्रोजेक्ट शुरू करने का अनुभव बढ़ा ही अद्भुत रहा है। हमारी संस्था ने 14 राज्यों में 54 मेगा किचन प्रारंभ किए हैं लेकिन पहली बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने इस प्रोजेक्ट पर बात करने के बादनिरंतर इसका फॉलोअप भी लिया है। इतनी दिलचस्पी मुझे अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री में नहीं दिखलाई दी। बच्चों के प्रति मुख्यमंत्री कमल नाथ कितने संवदेनशील है, इसका एक और उदाहरण तब देखने मिला, जब हमारी संस्था ने बच्चों को दिए जाने वाले भोजन के संबंध में मुख्यमंत्री से चर्चा की और उन्हें बताया कि भारत सरकार द्वारा जो मापदण्ड निर्धारित किए गए हैं, उसके अनुसार भोजन दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने अपने अनुभव और सुझावों से उन मापदण्डों में बदलाव करते हुए बच्चों को दिए जाने वाले भोजन की कैलोरी और प्रोटीन में वृद्धि की। उन्होंने कहा कि यह भी हमारे लिए एक अद्भुत अनुभव था कि मुख्यमंत्री कमल नाथ अपने प्रदेश के बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर कितने संवेदनशील हैं।
मध्यप्रदेश सरकार और अक्षय पात्र संस्था के मध्य हुए एमओयू के अनुसार शासकीय स्कूलों में बच्चों को दिए जाने वाला मध्यान्ह भोजन मेगा किचन के निर्माण के बाद अक्षय पात्र संस्था द्वारा वितरित किया जाएगा। संस्था भोपाल के 921 स्कूलों के 50 हजार बच्चों को भोजन अगले शिक्षा सत्र से उपलब्ध करवाएगी।
मुख्यमंत्री ने प्रारंभ में मेगा किचन का भूमि-पूजन कर शिलान्यास किया। उन्होंने समारोह में बच्चों को भोजन वितरित किया। अक्षय पात्र संस्था ने इस मौके पर मुख्यमंत्री का सम्मान किया। अपर मुख्य सचिव वाणिज्य कर आई.सी.पी केशरी एवं प्रमुख सचिव उद्योग डॉ. राजेश राजौरा तथा बड़ी संख्या में नागरिक समारोह में उपस्थित थे।