रायपुर
सियासी आरोप प्रत्यारोप के बीच कांग्रेस ने भाजपा नेताओं की आपत्ति पर पलटवार किया है। भाजपा के नेता पुनिया के बयान पर आपत्ति करने के पहले यह तो बताएं कि वे गोडसे को बुरा मानते हैं या मोदी को बुरा मानते है?
अगर गोडसे को बुरा मानते हो तो भाजपा के नेता पहले नारा लगायें कि गोडसे मुदार्बाद। पत्रकारवार्ता में मोदी की गोडसे से तुलना करते हुये पुनिया जी ने तो एक दृष्टांत मात्र दिया था।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेष नितिन त्रिवेदी ने कहा कि भाजपा के सांसद साध्वी प्रज्ञा और साक्षी महाराज जैसे नेता गोडसे को देशभक्त कहते है। फिर भाजपा नेताओं को पुनिया द्वारा गोडसे और मोदी के संबंध में दृष्टांत देने पर किस बात पर आपत्ति क्यों है? भाजपा नेताओं ने इस टिप्पणी को अभद्र मान मानते हुए विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है जो उनका अधिकार है। इस विरोध प्रदर्शन में जो बड़ी बात उभर के सामने आ रही है कि गोडसे का मंदिर बनाने वाले गोडसे जिंदाबाद कहने वालों ने गोडसे को देशभक्त कहने वालों की पार्टी ने अंतत: गोडसे कहे जाने को अभद्र मानकर वास्तविकता को स्वीकार कर लिया है।
करंट लगाने और गोली मारने वाले अब दुष्कर्म और हत्या की धमकियां देने पर उतर आयेकांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता जयवीर शेरगिल को इमेल भेजकर हत्या और परिवारजनों के साथ दुष्कर्म जैसी ओछी निम्नस्तरीय धमकी की कांग्रेस कड़ी निंदा करती है। शेरगिल ने पुलवामा के शहीदों के परिवारजनों के साथ न्याय की बात उठाई है। एआईसीसी के मुख्यालय में पत्रकारवार्ता कर पुलवामा मामले में मोदी सरकार के दोहरे चरित्र को उजागर करते हुये सवाल खड़े किये जो धमकी देने वालों को नागवार गुजरा है।