पटना
बिहार के प्रारंभिक विद्यालयों के सभी शिक्षकों को ‘नेशनल इनिशिएटिव फॉर स्कूल हेड्स एंड टीचर्स होलिस्टिक एडवांसमेंट' अर्थात निष्ठा ट्रेनिंग देने की कवायद तेज हो गयी है। प्रशिक्षण के नोडल बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने एनसीईआरटी और एससीईआरटी के सहयोग से मास्टर ट्रेनर तैयार करने से लेकर शिक्षकों तक के प्रशिक्षण की न सिर्फ कार्ययोजना बना ली है, बल्कि उसको अमली जामा भी पहनाया जाने लगा है। योजना के तहत गुणवत्ता शिक्षा के लिए 37.5 हजार शिक्षकों की ट्रेनिंग 5 दिसम्बर से शुरू होगी।
चार लाख शिक्षकों को यह पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण के लिए बीईपी ने माइक्रो प्लानिंग की है। फिलहाल जिन जिलों के मास्टर ट्रेनरों की ट्रेनिंग अक्टूबर में हो गयी है वहां पांच राउंड में शिक्षकों का प्रशिक्षण हो चुका है। जिन 21 जिलों के लिए ट्रेनिंग 28 नवम्बर से 2 दिसम्बर तक हो चुकी है वहां शिक्षकों के पांच बैच का प्रशिक्षण कार्यक्रम बीईपी ने जारी कर दिया है।
बीईपी के एसपीडी ने सभी डीईओ को जिला एवं प्रखंड स्तर पर निष्ठा सेल खोलने का आदेश दिया है। उन्होंने जिलास्तर पर ट्रेनिंग के लिए तीन बड़े हॉल की व्यवस्था करने तथा ट्रेनिंग के लिए शिक्षकों की इस प्रकार प्रतिनियुक्ति करने को कहा है ताकि विद्यालय की शिक्षण व्यवस्था प्रभावित नहीं हो।
हर बैच की ट्रेनिंग पांच दिवसीय होगी
7500-7500 हजार शिक्षकों की ट्रेनिंग पांच बैच में 5 दिसम्बर से 7 जनवरी के बीच होगी। हर बैच की ट्रेनिंग 5 दिवसीय होगी। अर्थात एक माह में इन जिलों के 37500 शिक्षक ट्रेंड हो जाएंगे। इस प्रशिक्षण के माध्यम से 21 जिलों के 1500-1500 शिक्षक प्रशिक्षित हो जायेंगे। जिन जिलों में 5-9 दिसम्बर, 11-15 दिसम्बर, 17-21 दिसम्बर, 23 से 27 दिसम्बर और 3-7 जनवरी के बीच निष्ठा ट्रेनिंग संचालित होनी है उनमें पूवी चंपारण, मधुबनी, पटना, अररिया, औरंगाबाद, नवादा, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, जमुई, बक्सर, बांका, कैमूर, किशनगंज, खगड़िया, जहानाबाद, मुंगेर, लखीसराय, अरवल, शेखपुरा और शिवहर शामिल हैं।
करीब 300 मास्टर ट्रेनरों का प्रशिक्षण सोमवार को ही राज्यस्तर पर सम्पन्न हुआ। इनमें 250 मुख्य संसाधन सेवी (केआरपी) और 50 राज्य संसाधन सेवी (एसआरपी) शामिल थे। इन्हें एनसीईआरटी और न्यूपा के प्रशिक्षकों द्वारा ‘निष्ठा' की ट्रेनिंग दी गयी। मास्टर ट्रेनरों के पहले बैच का प्रशिक्षण 20 से 25 अक्टूबर को एनसीईआरटी में हुआ था। अभी पांच और बैचों में मास्टर ट्रेनरों का प्रशिक्षण होना बाकी है। कुल मिलाकर 3102 मास्टर ट्रेनर राज्य भर में तैयार होने हैं जिनके माध्यम से हर जिले में हर शिक्षक ‘निष्ठा' माड्यूल पर ट्रेंड किए जाएंगे। इसे राष्ट्रीय शिक्षक शोध एवं प्रशिक्षण परिषद ने तैयार किया है।