पटना
मंगलवार आधी रात से राज्य में ट्रकों का परिचालन थम जाएगा। बिहार ट्रक ओनर एसोसिएशन ने 22 अक्टूबर की रात 12 बजे से चक्का जाम आंदोलन की घोषणा कर दी है। विकास आयुक्त के साथ बैठक में बात नहीं बनने के बाद एसोसिएशन ने आंदोलन का एलान कर दिया।
बिहार ट्रक ओनर एसोसिएशन के अध्यक्ष भानु शेखर सिंह ने बताया कि सोमवार की शाम बैठक के लिए बुलाया गया था। मुख्य सचिव की जगह विकास आयुक्त के साथ वार्ता कराई गई। इसमें भी हमारी कुछ मांगों को ही सुना गया पर कोई निर्णय नहीं हुआ। सरकार के इस रवैये के खिलाफ एसोसिएशन ने आंदोलन का निर्णय लिया है। मंगलवार की मध्य रात्रि से राज्य के तमाम ट्रक रोक दिए जाएंगे। राज्यभर में अनिश्चितकालीन चक्का जाम होगा। ट्रक मालिक एकजुट हैं और आंदोलन पूरी तरह सफल होगा। बिहार में ट्रकों की संख्या 5.5 लाख के करीब है।
एसोसिएशन की प्रमुख मांगें
अध्यक्ष भानु शेखर सिंह ने बताया कि एसोसिएशन की 14 सूत्री मांगें हैं। इसमें प्रमुख रूप से जुर्माने को लेकर नए कानून को राज्य सरकार वापस ले। कई राज्यों ने ऐसा किया है, इसलिए बिहार को भी ऐसा करना चाहिए। वीर कुंवर सिंह सेतु को आरा की तरफ से छपरा जाने के लिए वन-वे करना और उत्तर बिहार से खाली ट्रकों को जेपी व गांधी सेतु होते हुए लौटने की व्यवस्था की जाए। फिटनेस फेल होने पर रोजाना 50 रुपए का दंड और 200 प्रतिशत रोड टैक्स को कम करने की मांगें भी प्रमुख हैं। इसके अलावा राजेन्द्र सेतु को ट्रकों के लिए जल्द चालू करने, माइनिंग चालान की समय सीमा को समाप्त करने समेत कुल 14 मांगें इसमें शामिल हैं।