बिलासपुर
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल दीपावली के मौके पर पटाखों की बिक्री से संबंधित एक फैसले के दौरान ग्रीन पटाखों का ज़िक्र किया था. कोर्ट ने मशविरा दिया था कि त्योहारों पर कम प्रदूषण करने वाले ग्रीन पटाखे ही बेचे और जलाए जाने चाहिए।
वहीं अब छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में भी वहाँ के लोग इको फ्रेंडली दिवाली माना सकेंगे। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में ग्रीन पटाखे उपलन्ध हो गए हैं। इन पटाखों को जलाने पर आवाज भी सामान्य पटाखों की तरह निकलती है। और दिखने में तो सामान्य पटाखों की तरह होते हैं।
दिवाली को लेकर इस बार कारोबारियों ने खास तैयारियां की हैं। मल्टीपरपज स्कूल मैदान और रेलवे क्षेत्र में पटाखों की दुकानें सज रही हैं। 24 अक्टूबर से दुकानें पूरी तरह खुल जाएंगी। यहां 151 लाइसेंस प्राप्त पटाखा विक्रेता दुकानों का संचालन करेंगे।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार रेलवे क्षेत्र में 54 और मल्टीपरपज स्कूल में 97 दुकानें लग रही हैं। उम्मीद की जा रही है कि इस बार शहर में 2.75 करोड़ रुपए तक का पटाखा करोबार होगा।