पटना
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे की कार के पेपर्स की जांच न करने को लेकर रविवार को बिहार पुलिस के तीन कर्मियों को निलंबित कर दिया गया. इनमें एक सब इंस्पेक्टर भी शामिल है. पटना के पुलिस आयुक्त आनंद किशोर ने पुलिसकर्मियों को अश्विनी चौबे के बेटे अरिजीत की कार के पेपर्स की जांच न करने पर सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) और दो कॉन्स्टेबल को ड्यूटी से निलंबित कर दिया. बिहार में नया मोटर व्हीकल कानून लागू हो गया है और नियम तोड़ने वालों पर काफी सख्ती बरती जा रही है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक जिस कार को अश्विनी चौबे के बेटे अरिजीत चौबे चला रहे थे उसमें काले शीशे लगे थे. अश्विनी चौबे फिलहाल केंद्र में स्वास्थ्य राज्यमंत्री हैं. उनके परिवार के अन्य सदस्य भी कार में सफर कर रहे थे. पटना के कमिश्नर आनंद किशोर और ट्रैफिक एसपी डी. अमरकेश पटना पुलिस की उस मुहिम की निगरानी कर रहे हैं जिसमें बड़ी संख्या में ट्रैफिक नियम का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है. रविवार को ये सभी अधिकारी राजधानी पटना की बेली रोड पर मुस्तैद थे.
अरिजीत चौबे को बेली रोड पर पुलिस ने रुकने का इशारा किया. हालांकि कोई पुलिसकर्मी गाड़ी तक नहीं गया और न ही उनकी कार के पेपर्स की जांच की. अरिजीत चौबे उसके बाद वहां से निकल गए. बाद में पटना कमिश्नर के निर्देश पर ट्रैफिक एसएसपी ने सब इंस्पेक्टर देवपाल पासवान और कॉन्स्टेबल दिलीप चंद्र सिंह व पप्पू कुमार को निलंबित कर दिया.
पुलिस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, पटना कमिश्नर ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि काले शीशे चढ़ी गाड़ियों के पेपर्स हर हाल में जांचे जाएंगे और इसमें गलती पकड़े जाने पर कार्रवाई की जाएगी. अरिजीत चौबे की गाड़ी में काले शीशे लगे थे लेकिन पुलिस ने इसकी जांच नहीं की. इस पर कार्रवाई करते हुए कमिश्नर ने तीनों को निलंबित करने का आदेश दिया.
पटना में इससे जुड़ा एक और हाई प्रोफाइल मामला सामने आया. पाटलिपुत्रा सीट से सांसद रामकृपाल यादव के बेटे भी रविवार को कानून तोड़ते नजर आए जिस पर पुलिस ने उनपर फाइन लगा दिया. रामकृपाल यादव के बेटे अभिमन्यु यादव ने सीट बेल्ट नहीं लगाई थी, जिस पर पुलिस ने उन्हें चालान थमाया. अभिमन्यु ने चालान भरा उसके बाद वहां से निकले.