पटना
देश के कई हिस्सों में बारिश और बाढ़ का कहर जारी है. सितंबर खत्म होने को है लेकिन कई जगहों पर मॉनसून की मार कम होने का नाम नहीं ले रही है. उत्तर प्रदेश और बिहार में बारिश से जन-जीवन प्रभावित है. बिहार में भारी बारिश से पटना सहित कई इलाकों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं, जिससे लोगों का जीवन ठहर सा गया है. भारी बारिश के बाद कई इलाकों में सड़क से लेकर घरों में पानी भर गया है.
मौसम विभाग ने अगले एक-दो दिनों में भारी बारिश को लेकर बिहार के 14 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है. जिन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया, उनमें सुपौल, अररिया, किशनगंज, बांका, समस्तीपुर, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, दरभंगा, भागलपुर, खगड़िया, कटिहार, वैशाली और मुंगेर शामिल हैं. वहीं 9 जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट और पटना सहित 5 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक राज्य में पिछले 24 घंटे में 52 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. मौसम विभाग के मुताबिक अगले 48 घंटों के दौरान बिहार में बारिश की स्थिति बनी रहेगी. वहीं 3 अक्टूबर तक स्थिति सामान्य होने की संभावना है.
पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच) में शनिवार को बारिश का पानी घुस गया, जिससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. भारी बारिश की संभावना को देखते हुए पटना सहित राज्य के ज्यादातर स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटरों को बंद कर दिया है. प्रशासन ने सोमवार तक सभी स्कूल-कॉलेज बंद रखने का आदेश दिया है.
बिहार में लगातार हो रही बारिश और गंगा के उफान के कारण ट्रेनों की रफ्तार धीमी पड़ गई है. समस्तीपुर-दरभंगा रेलमार्ग पर किशनपुर-रामभद्रपुर के मध्य जमीन धंसने के कारण ट्रेनों का परिचालन रद्द कर दिया गया. वहीं कई ट्रेनों के समय में बदलाव किया गया है. बिहार सरकार के जलसंसाधन विभाग के अधिकारी ने बताया कि गंगा, कमला बलान, बागमती नदियां कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को आपदा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की और जिले के जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए बारिश का हाल जाना. जिलाधिकारियों ने अपने-अपने जिलों से जुड़ी नदियों के जलस्तर की स्थिति और वर्तमान स्थिति की जानकारी दी. इस दौरान मुख्यमंत्री ने लोगों के राहत के लिए अधिकारियों को कई निर्देश दिए.
पिछले दो दिनों में उत्तर प्रदेश में हुई भयंकर बारिश के कारण अब तक करीब 79 लोगों की जान जा चुकी है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक गोरखपुर, फिरोजाबाद, उन्नाव, बांदा, बलिया और सीतापुर जिले में 2-2 लोगों की मौत हुई है. जबकि बुलंदशहर, अमेठी, सहारनपुर, लखीमपुर, फतेहपुर, प्रयागराज, चित्रकूट, सुल्तानपुर और देवरिया में 1-1 व्यक्ति की मौत हुई है. इससे पहले शुक्रवार को राज्य के कई हिस्सों से बारिश के कारण 44 लोगों की मौत हो गई. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य भर के जिलाधिकारियों को बाढ़ और भारी बारिश के कारण प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने का निर्देश दिया. सीएम योगी ने बारिश से जुड़ी घटनाओं में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को 4 लाख रुपये का मुआवजा देने का भी आदेश दिया है.
वहीं उत्तराखंड में भी बारिश का कहर जारी है. पिछले 2 दिनों से देहरादून शहर में लगातार बारिश हो रही है. साथ ही मौसम विभाग ने चमोली, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, टिहरी बागेश्वर और पिथौरागढ़ में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. बद्रीनाथ के रास्ते में लामबगड़ में रास्ता पूरी तरह से जबरदस्त भूस्खलन की वजह से बंद है. बद्रीनाथ में दर्शन के लिए पहुंचे यात्री जोशीमठ नहीं पहुंच पा रहे हैं.