मुंबई
दुनियाभर में कोरोना वायरस खतरनाक रूप ले चुका है. इस वजह से ग्लोबली शेयर बाजारों में भी गिरावट का दौर जारी है.सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन सेंसेक्स और निफ्टी 10 फीसदी से अधिक लुढ़क गया और इस वजह से ट्रेडिंग रोकनी पड़ी. मतलब ये कि कुछ देर तक शेयर बाजार में कारोबार नहीं होगा. यानी आप न तो शेयर खरीद सकते हैं और न ही बेच सकते हैं. इससे पहले मई 2008 में भी शेयर बाजार कुछ देर के लिए बंद कर दिया गया था. तब ग्लोबली आर्थिक मंदी का दौर था और भारत में भी इसके संकेत मिल रहे थे.
फिलहाल, ये ट्रेडिंग 45 मिनट के लिए रोकी गई है. अब शेयर बाजार में कारोबार 10.15 बजे के बाद होगा. बता दें कि शेयर बाजार में 10 फीसदी या उससे अधिक की गिरावट आती है, तो उसमें लोअर सर्किट लग जाता है और ट्रेडिंग कुछ देर के लिए रोक दी जाती है. बीते 12 साल में पहली बार है जब शेयर बाजार में ट्रेडिंग रोकी गई है.
क्यों रोकी जाती है ट्रेडिंग?
दरअसल, दलाल स्ट्रीट में निवेशकों के निवेश को सुरक्षित रखने के लिए ट्रेडिंग पर रोक लगा दी है. इससे निवेशकों के नुकसान का संकट ज्यादा गहरा होने से बच जाता है. बहरहाल, जब ट्रेडिंग रोकी गई तब सेंसेक्स 3090.62 अंक लुढ़क कर 29,687.52 अंक पर था. वहीं निफ्टी की बात करें तो यह 966.10 की गिरावट के साथ 8,624.05 अंक पर था.
US में 15 मिनट के लिए रोकनी पड़ी ट्रेडिंग
कोरोना वायरस के संकट की वजह से अमेरिकी शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक डाउ जोन्स और एसएंडपी ने ऐतिहासिक गिरावट देखी. शुरुआती कारोबार में डाउ जोन्स की गिरावट देखते हुए ट्रेडिंग 15 मिनट के लिए ट्रेडिंग रोक देनी पड़ी. मतलब ये कि अमेरिकी शेयर बाजार में 15 मिनट के लिए किसी भी तरह का कारोबार नहीं हुआ. अंत में डाउ जोन्स 10 फीसदी यानी 2,352.60 अंक लुढ़क कर 21,200.62 अंक के स्तर पर बंद हुआ. ये 1987 के बाद का सबसे खराब प्रदर्शन है. इसी तरह, एसएंडपी 9.5 फीसदी लुढ़क कर बंद हुआ.