बीरभूम
पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही. राज्य के बीरभूम जिले में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के एक समर्थक की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
बंगाल के बीरभूम जिले के नन्नूर इलाके में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और बीजेपी के बीच हुए विवाद में 47 साल की सनकारी बगड़ी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. मृतक बीरभूम जिले के नन्नूर पुलिस स्टेशन के तहत पड़ने वाले हाटसारण्डी गांव की रहने वाली थी.
सनकारी बगड़ी के बेटे उदय बागड़ी ने अपने पड़ोसी आदित्य बागड़ी से लड़ाई की थी जो राज्य में सत्तारुढ़ टीएमसी का समर्थक था. इसी लड़ाई के कारण बम और हथियारों से लैस टीएमसी के गुंडों ने पूरे इलाके को घेर लिया.
खूनी संघर्ष में गई जान
इस बीच दोनों गुटों में जोरदार लड़ाई छिड़ गई, इस बीच टीएमसी के एक कार्यकर्ता ने फायरिंग करनी शुरू कर दी इसी में से एक गोली सनकारी बागड़ी को लग गई और उनकी घटनास्थल पर ही जान चली गई. सनकारी के अलावा इस खूनी संघर्ष में बीजेपी के 6 कार्यकर्ता घायल भी हो गए.
खूनी संघर्ष के बाद पुलिस ने शव को बरामद कर लिया है और घटना की जांच शुरू कर दी है. हालांकि इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
किसी पार्टी से नहीं जुड़ी थीं- TMC
बीरभूम जिले के बीजेपी जिलाध्यक्ष श्यामपाद मंडल ने कहा कि वे हमारी समर्थक थी. टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ रणनीति बनाई और उनकी हत्या कर दी.
35 लोगों की हत्याः मुकुल रॉय
हालांकि इस संघर्ष में मारी गई सनकारी के बारे में टीएमसी के नेताओं का कहना है कि सनकारी बगड़ी का किसी भी पार्टी से कोई लेना-देना नहीं था.
11 अक्टूबर को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) कार्यकर्ताओं पर हत्या का आरोप लगाया.
मुकुल रॉय ने कहा था कि पिछले दो दिनो में बीजेपी और आरएसएस के 8 कार्यकर्ताओं की हत्या की गई. मुकुल रॉय ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद से अभी तक टीएमसी कार्यकर्ताओं ने 35 बीजेपी और आरएसएस के कार्यकर्ताओं की हत्या की. बंगाल में लोकतंत्र की हत्या हो रही है और राजनैतिक हत्याओं का सिलसिला रुक नहीं रहा.