फोन हैकिंग, डेटा चोरी के मामले आए दिन सुनने को मिलते हैं। हाल में ऐमजॉन के मालिक जेफ बेजॉस का फोन हैक किए जाने की घटना ने आम लोगों की प्रिवेसी और सिक्यॉरिटी पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो बेजॉस का फोन वॉट्सऐप मेसेज के जरिए हैक किया गया था। दावा किया जा रहा है कि बेजॉस का फोन हैक करने में Pegasus स्पाइवेयर का इस्तेमाल हुआ। यह स्पाइवेयर मलीशस कोड के जरिए यूजर के फोन का पूरा ऐक्सेस हैकर्स को दे देता है। आप इस तरह की हैकिंग का शिकार न हों, इसके लिए आपको बता रहे हैं कुछ जरूरी टिप्स।
अनजान नंबर से आए मेसेज को न खोलें
हैकर्स यूजर के फोन को हैक करने के लिए बफर ओवरफ्लो का इस्तेमाल करते हैं। बफर ओवरफ्लो से फोन में एक फाइल के जरिए ढेर सारा डेटा पहुंचा दिया जाता है। इसके बाद हैकर्स बड़ी आसानी से फोन की सिक्यॉरिटी को क्रैक कर देते हैं। इस तकनीक से हैकर फोन ऐप को कंफ्यूज कर देते हैं और वह डेटा संभाल नहीं पाता। इसी का फायदा उठा कर हैकर फोन के अंदर मैलवेयर पहुंचा देते हैं। इसीलिए बेहतर होगा कि अनजान नंबर से आए किसी भी मेसेज को न ओपन करें।
फोन में मौजूद ऐप्स को करें अपडेट
कुछ यूजर्स के लिए ऐप्स को अपडेट करना एक थकाने वाला काम होता है। अगर आप भी इन यूजर्स में शामिल हैं, तो आपको यह आदत बदलने की जरूरत है। साइबर क्राइम से स्मार्टफोन और खुद को बचाने के लिए ऐप्स के लेटेस्ट अपडेट को इंस्टॉल करें।
ऑपरेटिंग सिस्टम को भी करें अपडेट
जब भी आपके ऐंड्रॉयड या ऐपल डिवाइस पर कोई ओएस अपडेट आए तो उसे अनदेखा न करें। कंपनियां ओएस अपडेट्स के साथ सिक्यॉरिटी पैच देती हैं, जो फोन में मौजूद डेटा को सेफ रखने के लिए जरूरी है।
फोन पर बात करते वक्त रहें अलर्ट
आईफोन अब यूजर्स द्वारा रिसीव किए गए ईमेल्स के डेटा को चेक करता है ताकि वह समझ सके कि यूजर्स को कौन औप कहां से कॉल कर रहा है। आमतौर पर कुछ हैकर ईमेल भेजने के बाद अपने शिकार को बैंक या किसी कंपनी के कस्टमर केयर एग्जिक्युटिव बन के कॉल करते हैं। ये बड़ी आसानी से शिकार को अपने झांसे में फंसा लेते हैं और उनके बैंक डीटेल को ऐक्सेस कर सकते हैं। बेहतर होगा कि कभी भी किसी अनजान व्यक्ति को फोन पर अपने बैंक से जुड़ी जानकारियां न दें।
टेक्स्ट मेसेज पर तुरंत न करें विश्वास
हैकर्स टेक्स्ट मेसेज के जरिए सबसे ज्यादा फ्रॉड को अंजाम देते हैं। मेसेज फर्जी है या असली इसे कई तरीकों से चेक किया जा सकता है। मसलन आप रिसीव किए गए मेसेज की स्पेलिंग को चेक कर सकते हैं। आमतौर पर फ्रॉड मेसेज एक लिंक के साथ आते हैं जिसपर क्लिक करने के लिए कहा जाता है। किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले उसे ऑरिजनल वेबसाइट से चेक कर लें।
सारे डेटा को क्लाउड सर्विस पर न करें सेव
गूगल ड्राइव और iCloud इंटरनेट बेस्ड सर्विस हैं जहां यूजर अपने डेटा को सेव रखते हैं। ये भी पूरी तरह सुरक्षित नहीं हैं। बेहतर होगा कि आप अपने जरूरी डॉक्यूमेंट्स को इनपर सेव करने से बचें।
फोन को पिन लॉक से करें सिक्यॉर
फोन को सिक्यॉरिटी पिन से लॉक करें। कोशिश करें कि ये पिन आपके जिंदगी की जरूरी तारीख से मैच न करते हों। हैकर्स के लिए इन्हें क्रैक करना बड़ा आसान होता है। इसके साथ ही बेहतर होगा कि आप फोन के पिन लॉक को समय-समय पर बदलते रहें।
ऐप डाउनलोड करते वक्त रहें सावधान
कभी भी किसी अनवेरिफाइड सोर्स के ऐप डाउनलोड न करें। अगर आपके पास ऐंड्रॉयड फोन है को गूगल प्ले स्टोर और अगर आईफोन है तो ऐपल ऐप स्टोर से ही ऐप्स डाउनलोड करें। साथ ही किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसके रिव्यू और रेटिंग को भी चेक कर लें। पिछले दिनों कई ऐसे मामले आए हैं जिनमें ऐप स्टोर पर फर्जी ऐप्स की पहचान की गई थी।
वॉट्सऐप पर सेफ नहीं डेटा
एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन के बावजूद वॉट्सऐप की सिक्यॉरिटी को हैकर बाईपास करते रहे हैं। एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन आपके द्वारा भेजे जाने वाले कॉन्टेंट को सिक्यॉर करता है। वहीं, वॉट्सऐप के दूसरे फीचर जैसे ग्रुप चैट्स के जरिए हैकर्स आसानी से डेटा ऐक्सेस कर सकते हैं।
घर से बाहर निकलते वक्त वाई-फाई करें बंद
वाई-फाई के जरिए हैकर किसी भी डिवाइस को हैक कर सकते हैं। हैकर आपके वाईफाई और अपने द्वारा यूज की जा रही सर्विस के बीच कनेक्शन बना कर डेटा की चोरी कर सकते हैं।