भोपाल
भेल की भोपाल यूनिट से ट्रांसफर होकर हैदराबाद यूनिट गई नेहा चौकसे के सुसाइड मामले में रिश्तेदारों ने सीबीआई जांच की मांग की है. नेहा के रिश्तेदारों का आरोप है कि भेल की भोपाल यूनिट से नेहा चौकसे के साथ प्रताड़ना का सिलसिला शुरू हुआ था, जो भेल की हैदराबाद यूनिट में रहने तक जारी रहा.
रिश्तेदारों का कहना है कि भेल की हैदराबाद यूनिट में नेहा को इतना ज़्यादा मानसिक प्रताड़ित किया गया कि वो यह दबाव 4 महीने भी नहीं झेल पाई और सुसाइड कर लिया. भेल की हैदराबाद यूनिट में बतौर डिप्टी ऑफिसर (अकाउंट्स) नेहा चौकसे ने गुरुवार को आत्महत्या कर ली. नेहा ने अपने सुसाइड नोट में सहकर्मियों की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या करने की बात लिखी है.
नेहा ने सुसाइड नोट में भेल के सीनियर अफसरों और उसके साथियों पर फोन हैक करने और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. नेहा ने साइबर सेल में फोन हैक किए जाने की शिकायत भी दर्ज कराई थी.
हैदराबाद ट्रांसफर होने के 4 महीने बाद की खुदकुशी
नेहा मूलरूप से भोपाल की रहने वाली थीं और भेल की हैदराबाद यूनिट से पहले भोपाल यूनिट में ही जॉब करती थीं, लेकिन शादी के बाद पति के साथ रहने के लिए उन्होंने इसी साल जून में अपना ट्रांसफर भोपाल से हैदराबाद करवा लिया था. जुलाई में भेल की हैदराबाद यूनिट में नेहा की जॉइनिंग हो गई थी, लेकिन 4 महीने बाद ही उन्होंने खुदकुशी करने का घातक कदम उठा लिया.
भोपाल ऑफिस से शुरू हुआ प्रताड़ना का सिलसिला
नेहा के परिवार का कहना है कि भेल की भोपाल यूनिट से उसे प्रताड़ित करने का सिलसिला शुरू हुआ था, जिसकी शिकायत भी नेहा ने कई बार की थी. हालांकि किसी ने भी उसकी मदद नहीं की. नेहा की भाभी नम्रता चौकसे का घटना के बाद से रो-रोकर बुरा हाल है. आजतक से बात करते हुए नम्रता ने आरोप लगाया कि ये आत्महत्या नहीं हत्या है, क्योंकि नेहा को इस हद तक प्रताड़ित किया गया कि उसे ये कदम उठाना पड़ा.
क्या नेहा का फोन होता था रिकॉर्ड?
नेहा की मुंहबोली बहन रीता ने बताया कि नेहा उनसे हर बात शेयर करती थी. रीता का आरोप है कि नेहा अक्सर फोन पर उनसे बात करते हुए कहती थी कि उसका फोन टैप हो रहा है, क्योंकि जो बातें वो घर के लोगों से करती थी, वहीं बातें उसके सहकर्मी ऑफिस में बताते थे. इसके चलते उनको हमेशा इस बात का डर रहता था कि उनकी बातचीत रिकॉर्ड की जा रही है. रीता के मुताबिक नेहा ने हैदराबाद जाकर भी अपने सहकर्मियों के साथ तालमेल बनाने की बहुत कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी. नेहा 18 अक्टूबर को भोपाल आने वाली थीं, लेकिन उन्होंने 17 अक्टूबर को ही खुदकुशी कर ली.
परिजनों ने सीबीआई जांच की मांग की
नेहा के परिजनों की मानें तो ये मामला आत्महत्या का नहीं है. इसके पीछे बड़ी साजिश है, जिसमें नेहा को इस कदर प्रताड़ित किया गया कि उसने आत्महत्या कर ली. नेहा के मुंह बोले भाई संजय चौकसे ने नेहा की आत्महत्या की सीबीआई जांच करने की मांग की है, ताकि ये पता चल सके कि नेहा को आखिर किस बात ने इतना ज्यादा परेशान और डर से भर दिया था कि ट्रांसफर के महज 4 महीनों में ही उसने सुसाइड कर लिया.