Google और ऐपल के बाद अब फेसबुक ने भी अपने पेमेंट प्लैटफॉर्म Facebook Pay की घोषणा कर दी है। अपनी वेबसाइट पर एक ब्लॉग पोस्ट कर कंपनी ने बताया कि यह सर्विस फेसुबक और उसके पार्टनर ऐप्स जैसे मेसेंजर, वॉट्सऐप और इंस्टाग्राम पर पेमेंट को आसान बनाने का काम करेगी। इसमें मजेदार बात यह है कि कंपनी ने इसकी घोषणा तब की है जब हाल ही में वॉट्सऐप ने भी एक पेमेंट सर्विस को रोलआउट किया है। वॉट्सऐप की यह सर्विस इस साल की अंत तक लॉन्च हो जाएगी।
फेसबुक पे को कैसे करें यूज?
फेसबुक पे यूज करने के लिए आपको इन आसान स्टेप्स को फॉलो करना है: 1. फेसबुक ऐप या वेबसाइट पर जाकर सेटिंग्स सिलेक्ट करें 2. 'फेसबुक पे' का ऑप्शन सिलेक्ट करें 3. पेमेंट का तरीका चुनें 4. जब भी आप अगली बार पेमेंट करें, तो उसके लिए फेसबुक पे को चुनें। फेसबुक पे लगभग सभी डेबिट कार्ड और क्रेडिट के साथ ही दूसरे पेमेंट प्लैटफॉर्म्स जैसे Paypal और Stripe को भी सपॉर्ट करता है। ऑथेंटिकेशन के लिए यूजर्स को पिन ऐड करने या अपने डिवाइस के बायॉमेट्रिक्स को इस्तेमाल करने का ऑप्शन मिलेगा। इसके साथ ही वे सिक्यॉर पेमेंट के लिए एक्स्ट्रा लेयर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। ब्लॉग में साफ कहा गया है, 'फेसबुक आपके डिवाइस के बायॉमेट्रिक इन्फर्मेशन को न तो रिसीव करता है और न ही स्टोर करता है।' इसके साथ ही फेसबुक पे को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इससे अकाउंट के साथ होने वाले फर्जीवाड़ों की जांच की जा सके और उन्हें रोका जा सके। ब्लॉग में इस बात की भी जानकारी दी गई है कि यूजर अपने पेमेंट और ट्रांजैक्शन हिस्ट्री को फेसबुक पे में देख सकते हैं और ये पेमेंट्स तब तक फीड या फ्रेंड्स के साथ शेयर नहीं होंगे जब तक यूजर इसकी इजाजत न दें।
इसे आप कहां यूज कर सकते हैं?
फेसबुक और इंस्टाग्राम अपने प्लैटफॉर्म्स पर यूजर्स को प्रॉडक्ट खरीदने और बेचने की सुविधा देते हैं। ब्लॉग में कहा गया है कि फेसुबक के पास जहां खुद का Marketplace है, वहीं, इंस्टाग्राम के शॉपिंग फीचर का काफी बड़ा यूजर बेस है। फेसबुक पे के जरिए यूजर फंडरेजिंग, डोनेशन्स, इन-गेम पर्चेज, इवेंट टिकट, मेसेंजर पर दोस्तों को पेमेंट और फेसबुक मार्केटप्लेस पर मौजूद कुछ चुनिंदा पेज और बिजनसेज से खरीददारी कर सकेंगे। ब्लॉग में यह भी कहा गया है कि फेसबुक दूसरे ऐप्स (वॉट्सऐप और मेसेंजर) के लिए ऑटोमैटिकली फेसबुक पे को सेट नहीं करेगा। यह तभी होगा जब यूजर ऐसा चाहेंगे। अगर वे चाहते हैं कि फेसबुक पे ऑटोमैटिकली दूसरे ऐप्स में भी सेट हो जाए तो इसके लिए उन्हें फेसबुक ऐप-बाई-ऐप सर्विस का इस्तेमाल करना होगा।
किन बातों का रखें ध्यान
इसके साथ ही फेसबुक ने फेसबुक पे के बारे में पोस्ट किए गए एक दूसरे ब्लॉग में साफ कर दिया है कि उनकी नई पेमेंट सर्विस बिटकॉइन पर आधारित Calibre वॉलिट से अलग है जो लिब्रा नेटवर्क पर काम करता है।
फेसबुक ने यह भी बताया कि वह ट्रांजैक्शन डेट, बिलिंग, शिपिंग और कॉन्टैक्ट डीटेल्स की जानकारी कलेक्ट करेगा। वह इसका इस्तेमाल यूजर को सही कॉन्टेंट और ऐड दिखाने के लिए करेगा। उदाहरण के तौर पर अगर आपने फेसबुक मार्केट प्लेस से फेसबुक पे के जरिए बास्केटबॉल खरीदा है तो वह आपको इससे जुड़े ऐड ही दिखाएगा। यह फीचर फेसबुक और इससे जुड़े ऐप्स पर अमेरिका में इस हफ्ते के आखिर तक लॉन्च कर दिया जाएगा। भारत में इसे कब लॉन्च किया जाएगा इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है।