नई दिल्ली
देशभर के नैशनल हाइवेज के टोल प्लाजा पर इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट से टैक्स वसूली का फास्टैग सिस्टम आधी रात से लागू हो गया है लेकिन शुरू में 30 दिन की राहत है। इसके तहत टोल प्लाजा पर भीड़ को देखते हुए फास्टैग की अधिकतम 25% लेन को हाइब्रिड रखा जाएगा। इन हाइब्रिड लेन्स में 15 जनवरी तक फास्टैग के साथ कैश पेमेंट से भी तय टोल दिया जा सकेगा। पहले टोल प्लाजा पर सिर्फ एक कैश लेन रखने और उस पर गुजरने में डबल टैक्स लेने की बात थी। हालांकि बिना टैग वाली गाड़ी अगर फास्टैग लेन में आती है तो डबल चार्ज लगेगा।
शनिवार को सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा फास्टैग लागू किए जाने को लेकर अधिसुूचना जारी की गई है। सरकार ने राजमार्गों पर टोल पेमेंट के लिए अनिवार्य रूप से फास्टैग लागू करने की तारीख 15 दिसंबर तक बढ़ा दी थी। मंत्रालय ने पहले इसकी तारीख 1 दिसंबर तय की थी। चाहे आपका वाहन प्राइवेट हो या कमर्शल, सबके लिए फास्टैग जरूरी है। इसलिए, अगर आपके वाहन के पास फास्टैग नहीं है तो जल्द ही इसे ले लें और परेशानियों से मुक्ति पाएं।
क्या है और कैसे काम करेगा फास्टैग?
– टोल टैक्स कलेक्शन के लिए यह प्रीपेड रिचार्जेबल टैग है, जिससे ऑटोमैटिक पेमेंट हो जाती है।
-आपकी गाड़ी में फास्टैग है तो आपको टोल पर रोकने की जरूरत नहीं है, टोल से गुजरते ही टोल कट जाएगा।
-आपकी गाड़ी की विंडस्क्रीन पर चिपके फास्टैग से लिंक्ड बैंक खाते से टैक्स डिडक्ट हो जाएगा।
– फास्टैग में कोई एक्सपायरी डेट नहीं होती और जबतक खराब नहीं होते, टोल पर रीडेबल होते हैं।
-फास्टैग को 22 सर्टिफाइड बैंकों के पॉइंट ऑफ सेल और चुनिंदा बैंक शाखाओं से खरीदा जा सकता है। ई-कॉमर्स प्लैटफॉर्म पर भी उपलब्ध है।
शनिवार तक NHAI देशभर में कुल 96 लाख से ज्यादा फास्टैग्स की बिक्री कर चुका है। बता दें कि पहले सरकार ने कहा था कि बगैर फास्टैग के कोई भी गाड़ी टोल प्लाजा से गुजर नहीं पाएगी, लेकि नबाद में कहा गया कि हाइब्रिड लेन भी बनाई जाएगी, जहां से बड़े वाहन गुजर पाएंगे और उनसे कैश में टोल वसूला जाएगा।