पानी हमारे शरीर के लिए बहुत आवश्यक होता है और शरीर का लगभग 60 फीसदी हिस्सा पानी से बना होता है। पानी शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है और शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है। इसके साथ ही पानी हमारे ब्रेन के काम करने में बहुत मदद करता है।
उसी तरह प्रेग्नेंसी के दौरान एक महिला को पानी की बहुत आवश्यकता होती है क्योंकि इससे बच्चे को पोषक तत्व पहुंचते हैं। पानी एमनियोटिक द्रव्य के लेवल को सही बनाए रखने में मदद करता है। पानी पीने से प्रेग्नेंसी के दौरान कब्ज जैसी समस्या में फायदेमंद है। ऐसे में बात आती है कि प्रेग्नेंट महिला को कितना पानी पीना चाहिए?
सामान्य तौर पर हर व्यक्ति फिट रहने के लिए रोजाना 2 लीटर या 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए। इसमें आपकी डायट के जूस, फल, सब्जियां, सूप आदि के पानी की मात्रा में शामिल है। प्रेग्नेंट महिला को लगभग 27 सप्ताह तक तो सामान्य पानी की मात्रा होनी चाहिए लेकिन इसके बाद बच्चे की ग्रोथ के साथ ही आपको अपने द्रव्य में लगभग 500 मिलीलीटर की बढ़ोतरी करनी चाहिए।
बता दें कि पानी पीने की मात्रा सभी के लिए एक जैसी नहीं है। अगर आपका वजन अधिक है या आप ज्यादा खा रहे हैं तो आपको अधिक पानी पीना चाहिए। इसके अलावा इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि प्रेग्नेंसी के दौरान डिहाइड्रेशन न केवल आपको प्रभावित करेगा बल्कि आपके बच्चे के लिए नुकसानदेह है। पर्याप्त पानी न पीने से आप थका और कब्ज महसूस कर सकते हैं।
कभी-कभी ऐसा होता है कि आप पर्याप्त पानी पी रहे हो फिर भी डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। ऐसे में तरल पदार्थों के सेवन को बढ़ाने की आवश्यकता होती है। इस बात को जानने के लिए कि आप पर्याप्त पानी पी रहे हैं या नही, इसके लिए अपनी यूरिन को चेक करें। अगर यूरिन का रंग गहरा पीला है तो तरल पदार्थों के सेवन को बढ़ा दें। इसके अलावा अगर आप कब्ज, थकान और प्यास महसूस कर रहे हैं तो तरल पदार्थ लेने की कोशिश करें।