भोपाल
प्रदेश में अब तक कोरोना वायरस का कोई भी प्रकरण पॉजिटिव नहीं है। राज्य सर्विलेंस इकाई नये दिशा-निर्देशों और परामर्श के लिये सेंट्रल सर्विलेंस इकाई, नई दिल्ली के साथ सतत सम्पर्क में है। नोवल कोरोना वायरस बीमारी की जानकारी और मार्गदर्शन के लिये राज्य-स्तर पर कॉल-सेंटर-104 को सक्रिय किया गया है, जिस पर अब तक 821 कॉल प्राप्त हो चुके हैं।
इस बीमारी से निपटने के लिये राज्य शासन द्वारा निगरानी और नियंत्रण के ठोस उपाय किये गये हैं। आज तक कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से आने वाले 690 यात्रियों की पहचान की जा चुकी है। इनमें से 283 यात्री उनके घरों में आइसोलेशन में रखे गये हैं, जबकि 356 यात्रियों का सर्विलेंस पूरा हो चुका है। संभावित 27 प्रकरणों के सेम्पल जाँच के लिये एनआईव्ही, पुणे और इंदिरा गाँधी शासकीय मेडिकल कॉलेज, नागपुर भेजे गये थे, जिनमें से 23 की रिपोर्ट निगेटिव आई है, जबकि 4 की रिपोर्ट आना शेष है। इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर एयरपोर्ट पर प्रभावित देशों से आने वाले 9387 यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है।
अपर संचालक, स्वास्थ्य डॉ. वीणा सिन्हा ने बताया कि संभावित कोरोना वायरस बीमारी के सेम्पल की जाँच सुविधा एम्स, भोपाल और राष्ट्रीय जनजातीय स्वास्थ्य अनुसंधान संस्थान (एनआईआरटीएच) जबलपुर में उपलब्ध है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इसे अंतर्राष्ट्रीय पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया गया है। इसके मद्देनजर बीमारी की रोकथाम के संबंध में पुख्ता कदम उठाये गये हैं। प्रदेश के नागरिकों से अपील की गई है कि वे मुँह को टिशू पेपर या रूमाल से ढंकें। हाथ मिलाकर अभिवादन न करें बल्कि अभिवादन के तौर पर सिर्फ नमस्ते करें।
ताजा जानकारी के मुताबिक नोवल कोरोना वायरस बीमारी के प्रकरण विश्व के 114 देशों में दर्ज किये गये हैं। आज चीन में 31 नये प्रकरणों की तुलना में अन्य देशों में 4596 नये प्रकरण दर्ज किये गये हैं।