नई दिल्ली
पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज नासिर जमशेद को स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में 17 महीने की जेल की सजा हो गई है। 30 साल के जमशेद को युसुफ अनवर और मोहम्मद एजाज के स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में पिछले साल फरवरी में नेशनल क्राइम एजेंसी ने गिरफ्तार किया था। पश्चिमी लंदन के अनवर को इस पूरे षड्यंत्र को रचने का मुख्य सूत्रधार माना जा रहा है। उन्हें तीन साल चार महीने की जेल हुई है। शेफील्ड, उत्तरी इंग्लैंड के एजाज को दो साल और छह महीने की सजा हुई है।
वालसाल, मध्य इंग्लैंड में रहने वाले नासिल जमशेद पाकिस्तान के लिए टेस्ट, वनडे और टी-20 क्रिकेट खेल चुके हैं। इन सभी तीनों ने पहली सुनवाई में इस षड्यंत्र में शामिल होने की बात स्वीकार की थी। नार्थवेस्ट इंग्लैंड के मैनचेस्टर क्राउन कोर्ट मे जज रिचर्ड मानसैल ने कहा कि अनवर और एजाज सोफिस्टिकेटेड और क्रिमिनल गतिविधियों में लिप्त थे।
कोर्ट ने कहा, ''क्रिकेट में लंबे समय से इस तरह का भ्रष्टाचार बढ़ना दुखद है।'' कोर्ट ने यह भी कहा कि टी-20 टूर्नामेंट बढ़ने से भ्रष्टाचार बढ़ा है। एनसीए के सीनियर जांचकर्ता इयान मैकोनल ने सुनवाई के बाद कहा, ''इन तीनों ने क्रिकेटर होने का दुरुपयोग किया और खेल को भ्रष्ट बनाया।'' एक अंडरकवर पुलिस ऑफिसर ने इनके सट्टे के नेटवर्क का पता लगाया।
इन लोगों ने बीपीएल में 2016 में मैच फिक्स करने की कोशिश की, लेकिन वास्तव में इन्होंने फरवरी 2017 में पाकिस्तान सुपर लीग में फिक्सिंग की। दोनों ही मामलों में टी-20 के ओपनिंग बल्लेबाजों ने यह स्वीकार किया कि वे ओवर की पहली दो गेंदें पर रन नहीं बनाएंगे और इसके बदले में वे 30000 पाउंड्स लेंगे। जमशेद बांग्लादेश में दो डॉट बॉल खेलने की योजना में शामिल थे, जो बाद में नहीं हो पाई।
इसके बाद वह पाकिस्तान सुपर लीग में इस्लामाबाद यूनाइटेड और पेशावरप जल्मी के बीच दुबई में 9 फरवरी को हुए मैच में स्पॉट फिक्सिंग करता पाया गया। कोर्ट ने कहा कि स्पाट फिक्सिंग का नेटवर्क से हजारों लाखों रुपए का कारोबार होता है।
अपने देश पाकिस्तान के लिए 60 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले नासिर जमशेद ने हालांकि पीएसएल मे किसी भी तरह की रिश्वत लेने के आरोपों से इंकार किया, लेकिन उन्हें दोषी पाया गया। पिछले साल जमशेद पर किसी भी तरह के क्रिकेट खेलने पर दस साल का प्रतिबंध, पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड के एंटी करप्शन यूनिट ने लगाया था।