खेल

पुलेला गोपीचंद के खिलाफ ज्वाला गुट्टा ने खोला मोर्चा, हितों के टकराव पर जांच की मांग

नई दिल्ली
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद पर सवाल उठाते हुए मंगलवार (10 दिसंबर) को यहां उनसे जुड़े हितों के टकराव के मुद्दे की जांच की मांग की। ज्वाला ने 'ज्वाला गुट्टा एकेडमी ऑफ एक्सिलेंस' के लॉन्च के मौके पर कहा, ''वह (गोपीचंद) मुख्य कोच और मुख्य चयनकर्ता है। उनकी अपनी अकादमी है, जिला संघ के अध्यक्ष, तेलंगाना संघ के सचिव, खेलों इंडिया का हिस्सा, पीबीएल का हिस्सा, गोस्पोर्ट्स में भागीदार हैं। ये सारी चीजें कागजों पर उपलब्ध हैं। ऐसे में अगर हितों के टकराव का मुद्दा है तो सवाल करिये।"

ज्वाला ने राष्ट्रीय शिविर का आयोजन सिर्फ गोपीचंद अकादमी में कराने पर भी सवाल उठाये। उन्होंने कहा, ''पहले मैंने बेंगलुरु, जालंधर जैसी कई जगहों पर शिविर में हिस्सा लिया लेकिन 2006 के बाद यह सिर्फ हैदराबाद स्थित गोपीचंद अकादमी में होता है। मुझे इससे कोई परेशानी नहीं क्योंकि मैं वहीं रहती हूं। लेकिन यह सही नहीं है। शिविर का आयोजन सिर्फ हैदराबाद में ही क्यों?"

उन्होंने पूछा, ''बताइये कि भारतीय टीम में ऐसे कितने खिलाड़ी हैं जिसका संबंध तेलंगाना से नहीं है? क्या आप यह कहना चाह रहे हैं कि पिछले 10 वर्षों में भारत में एक भी गैर तेलुगु खिलाड़ी नहीं निकल पाया, अब यह स्थिति है कि जो खिलाड़ी तेलंगाना के नहीं है वह भी तेलंगाना राज्य के लिए खेल रहे हैं।" यह अकादमी अगले महीने से हैदराबाद में शुरू होगी। इस अत्याधुनिक परिसर में क्रिकेट, बैडमिंटन और तैराकी सहित विभिन्न खेलों के लिए प्रशिक्षण की सुविधा होगी।

अकादमी के बारे में ज्वाला ने कहा, ''भारत बहुत बड़ा देश है और हमारे पास सिर्फ साइना और सिंधू हैं, इसलिए मेरा मानना है कि हमें और खिलाड़ियों की जरूरत है। ज्वाला गुट्टा एकेडमी ऑफ एक्सिलेंस के साथ, मैं उन लोगों में अनुशासन कायम करने का प्रयास करूंगी जो अच्छा समाज बनाने में योगदान करने और सीखने को तैयार हो।"

ज्वाला की यह अकादमी हैदराबाद के बाहरी इलाके में गचीबाउली के सुजाता हाई स्कूल में स्थित है। यहां विश्व स्तरीय जिम और एक योग केंद्र के अलावा खिलाड़ियों की जरूरत की सभी चीजों की सुविधा होगी। इस मौके पर ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज विजेन्द्र सिंह, पहलवान सुशील कुमार के अलावा सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री राजीव प्रताप रुडी भी मौजूद थे।

 

>

About the author

info@jansamparklife.in

Leave a Comment