मुंबई
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार खत्म होने पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को कहा कि राजनीतिक रूप से वह अब और परिपक्व हो गए हैं। फडणवीस (49) कांग्रेस के वसंतराव नाइक के बाद महाराष्ट्र के ऐसे दूसरे मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया है। बीजेपी ने मौजूदा चुनाव में उन्हें मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर पेश किया है।
'2014 के मुकाबले ज्यादा परिपक्व हुआ हूं'
फडणवीस ने 21 अक्टूबर को होने वाले चुनावों के मद्देनजर शुक्रवार रात पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'जब आप चुनौतियों का सामना करते हैं तो वे आपको काफी कुछ सिखाती हैं। मैंने राजनीतिक परिपक्वता सीखी। साल 2014 के मुकाबले में मैं ज्यादा परिपक्व हो गया हूं।' उन्होंने कहा, 'मैंने सीखा कि नई चुनौतियों से निपटते हुए अपने लक्ष्य से पीछे नहीं हटना चाहिए।'
फडणवीस ने कहा कि BJP से अक्सर नोंक-झोंक करने वाली उसकी सहयोगी पार्टी शिवसेना भी अब परिपक्व हो गई है। उन्होंने कहा, 'राजनीतिक वास्तविकता यह तय करती है कि कौन से फैसले लेने की जरूरत है। हमें (शिवसेना और बीजेपी) साथ आना था। हो सकता है कि भविष्य में भी शायद हम काफी मुद्दों पर सहमत न हो।'
'बीजेपी का एक वर्ग बिना गठबंधन के चुनाव लड़ना चाहता था'
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा, 'बीजेपी का एक वर्ग चाहता था कि इस चुनाव को अपने बूते लड़ा जाए क्योंकि हम अपने दम पर सरकार बना सकते हैं लेकिन केंद्रीय नेतृत्व और मुझे खुद लगा कि हमें अपने दोस्तों से गठबंधन करना चाहिए।' मुख्यमंत्री ने कहा, 'साल 2014 में जो हुआ (जब बीजेपी और शिवसेना ने अलग चुनाव लड़ा था) वह दुर्भाग्यपूर्ण था। बीजेपी और शिवसेना दोनों ने उस प्रकरण से सीख ली। हम उसे दोहरा नहीं सकते।'
'डेप्युटी सीएम बनाए जाने के खिलाफ नहीं'
फडणवीस ने यह भी कहा कि वह अगली सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाए जाने के खिलाफ नहीं है। उन्होंने कहा, 'शायद ही कोई दिक्कत हो।' शिवसेना के कुछ नेताओं ने पार्टी की युवा इकाई के प्रमुख आदित्य ठाकरे को अगले उपमुख्यमंत्री के तौर पर पेश किया है। आदित्य मुंबई की वर्ली सीट से चुनावी राजनीति में उतर रहे हैं।
'शिवसेना को धैर्य से साधा'
चुनावों के बाद मंत्री पदों को लेकर शिवसेना के साथ फिर से खींचतान होने की आशंका के बारे में पूछे जाने पर फडणवीस ने कहा, 'हमारे गठबंधन की दीर्घायु के बारे में सभी कयास हमने गलत साबित कर दिए। हम दो अलग पार्टी हैं और यह स्वाभाविक है कि हम अपने आप को बड़ा साझेदार समझे। लेकिन पिछले 5 वर्षों ने हमें सिखाया कि समन्वय महत्वपूर्ण है और मुझे भरोसा है कि हम आने वाले दिनों में स्थिति से बेहतर तरीके से निपटेंगे। यह पूछे जाने पर कि उन्होंने पिछले 5 वर्षों में शिवसेना को कैसे संभाला, इस पर उन्होंने कहा, 'धैर्य इसकी कुंजी है।'
'अलग विदर्भ राज्य पर केंद्रीय नेतृत्व करेगा फैसला'
विदर्भ को अलग राज्य बनाने की बीजेपी की पुरानी मांग के बारे में पूछे जाने पर फडणवीस ने कहा, 'विदर्भ राज्य की मांग बीजेपी का सैद्धांतिक रुख है। पार्टी का मानना है कि छोटे-छोटे राज्य होने चाहिए। लेकिन इसका फैसला केंद्रीय नेतृत्व पर निर्भर करता है।'
'पवार के खिलाफ केस का राजनीति से लेना-देना नहीं'
यह पूछे जाने पर कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाले में शरद पवार के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज करने से क्या उन्हें लोगों की सहानुभूति मिलने में मदद मिली, इसका जवाब उन्होंने ‘ना’ में दिया। उन्होंने कहा, 'इसमें बदले की राजनीति की कोई बात नहीं है। यह आरोप हास्यास्पद है। एनसीपी को कोई राजनीतिक लाभ नहीं मिलेगा।' कांग्रेस और एनसीपी के कई नेताओं के सत्तारूढ़ दलों में शामिल होने के बारे में उन्होंने कहा कि बीजेपी ने केवल उन्हीं लोगों को शामिल किया जो अपने क्षेत्रों में पार्टी की मदद कर सकते हैं।