नई दिल्ली
नागरिकता संशोधन विधेयक को संसद में पारित कराए जाने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की मंजूरी मिल गई है और अब यह बतौर कानून अस्तित्व में आ चुका है। वहीं, बीजेपी का अगला कदम इससे लाभान्वित होने जा रहे शरणार्थियों को कानून की जानकारी देना है। इसी के तहत बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने पार्टी के राज्यसभा व लोकसभा सांसदों से कहा है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, ईसाई शरणार्थियों को इसकी जानकारी दें।
नड्डा ने पार्टी के सभी सांसदों से कहा है कि यह काम 14 से 31 दिसंबर के बीच पूरा कर लिया जाए। उल्लेखनीय है कि इस कानून के तहत इन तीनों मुस्लिम बहुल देशों में प्रताड़ित होकर भारत आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, ईसाई धर्म के शरणार्थियों को नागरिकता देने का प्रावधान है। उधर, इस कानून के खिलाफ पूर्वोत्तर के राज्यों में विरोध प्रदर्शन जारी है। उनके मन में डर है कि बाहरी लोगों को बसाए जाने पर उनकी मौलिक संस्कृति प्रभावित होगी। इस विधेयक पर कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी पार्टियों ने मोर्चा खोल दिया है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। वहीं, कांग्रेस ने इसके खिलाफ कोर्ट में याचिका दाखिल करने का मन बना लिया है।