पाकिस्तान
पेरिस आधारित फाइनेनशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) से पाकिस्तान को किसी भी तरह की राहत नहीं मिल रही है। एफएटीफ ने पाकिस्तान को 27 में से 22 बिंदुओं पर फेल करार देते हुए जल्दी प्रगति करने पर जोर दिया है। FATF ने कहा है कि जल्दी करें वरना हम आपको ब्लैकलिस्ट करने पर मजबूर हो जाएंगे।
फिलहाल पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में रखा गया है और 27 प्वाइंट्स को पूरा करने के लिए फरवरी 2020 तक का समय याद दिलाया है। ऐसे में अगर पाकिस्तान समय के भीतर आतंकी फंडिंग और मनी लांड्रिंग के ऊपर ठोस कार्रवाई नहीं करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हालांकि भारत और अमेरिका जैसे देश जो पाक को जल्द ब्लैकलिस्ट कराना चाहते थे तो उनके लिए पाकिस्तान को समय दिए जाने की खबर खास अच्छी नहीं है।
बता दें की चीन, मलेशिया और तुर्की के साथ के कारण पाकिस्तान ब्लैकलिस्ट होने से बच सकता है। वहीं पाक के प्रतिनिधिमंडल ने बैठक में कहा था कि पाकिस्तान ने 27 में से कई बिंदुओं पर सकारात्मक प्रगति की है। गौरतलब है कि कुल 36 देशों के एफएटीएफ चार्टर के मुताबित किसी भी देश को ब्लैकलिस्ट नहीं होने के लिए कम से कम तीन देशों का समर्थन जरूरी है। ऐसे में पाक को चीन, मलेशिया और तुर्की का साथ मिलने से वह बच सकता है। यदि पाकिस्तान ब्लैकलिस्ट होता है तो उसकी अर्थव्यवस्था पर इसका बुरा असर पड़ेगा।