नई दिल्ली
नए ट्रैफिक जुर्मानों के बाद से देश भर में पलूशन सर्टिफिकेट लेने के लिए लोगों की संख्या में जबरदस्त वृद्धि देखने को मिली है। संशोधित मोटर वीइकल ऐक्ट लागू होने के बाद 18 दिनों में देश में पलूशन सर्टिफिकेट लेनेवालों की संख्या में नौ गुना तक वृद्धि दर्ज की गई है। 11 राज्यों से मिले आंकड़ों के अनुसार ऐसी वृद्धि पलूशन सर्टिफिकेट के लिए इससे पहले नहीं देखी गई।
बिहार और उत्तराखंड में रही सबसे ज्यादा संख्या
11 राज्यों के आंकड़ों के अनुसार सबसे बड़ी वृद्धि बिहार और उत्तराखंड में देखने को मिला है। अगस्त महीने में जितनी गाड़ियों के पलूशन सर्टिफिकेट लिए गए उसकी तुलना में 18 दिनों में इन दोनों राज्यों में सर्टिफिकेट लेनेवालों की संख्या में सबसे बड़ा उछाल देखने को मिला है। उत्तर प्रदेश और गुजरात में पलूशन सर्टिफिकेट लेनेवालों की संख्या में 3 गुना अधिक वृद्धि अगस्त की तुलना में देखी गई।
दिल्ली में भी तीन गुना वृद्धि दर्ज करने का दावा
दिल्ली में पलूशन सर्टिफिकेट लेनेवालों की संख्या में अभी तक कितनी वृद्धि हुई है, इसका आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया गया है। हालांकि, ट्रांसपॉर्ट विभाग का कहना है कि अभी तक के आंकड़ों को देखकर ऐसा लग रहा है कि सर्टिफिकेट लेनेवालों की संख्या में करीब तीन गुना वृद्धि देखने को मिली है।
गडकरी ने भारी जुर्माने को दिया क्रेडिट
केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने संख्या में आए इस उछाल का क्रेडिट नए चालान नियमों को दिया। गडकरी ने कहा कि पलूशन सर्टिफिकेट लेनेवालों की संख्या में वृद्धि और ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदनों में बढ़ोतरी की वजह भी यही है। उन्होंने कहा कि भारी जुर्माने के कारण लोगों के अंदर ट्रैफिक नियमों को लेकर काफी जागरूकता आई है। गडकरी ने कहा, 'मैंने पहले भी कहा है कि भारी जुर्माने के पीछे सरकार का उद्देश्य रेवेन्यू कमाना नहीं है। हम सड़क सफर को सुरक्षित बनाने के लिए कदम उठा रहे हैं।'
हरियाणा में पलूशन सर्टिफिकेट की संख्या में सबसे कम उछाल
सरकारी अधिकारियों का कहना है कि पिछले 3 हफ्ते में जिस तरह से पलूशन सर्टिफिकेट की संख्या में उछाल आया है उसे देखकर ऐसा लग रहा है कि इस संख्या में और अधिक वृद्धि दर्ज हो सकती है। अभी तक हरियाणा में यह संख्या सबसे कम रही है जहां अभी तक सिर्फ 532 पलूशन सर्टिफिकेट लिए गए। अगस्त में यह संख्या हरियाणा में 408 था।