पत्‍नी की इच्‍छा पूरी करने की खातिर हेलिकॉप्‍टर से गांव पहुंचे सरकारी टीचर रमेश चंद्र मीणा

 
जयपुर 

राजस्‍थान के अलवर जिले में रहने वाले सरकारी टीचर रमेश चंद्र मीणा की पत्‍नी सोमती की दिली तमन्‍ना थी कि वह पति के साथ हेलिकॉप्‍टर में सफर करें और नीले आसमान से इस खूबसूरत धरती को निहारें। रमेश चंद्र मीणा किन्‍हीं वजहों से पत्‍नी की यह इच्‍छा पूरी नहीं कर पा रहे थे। शनिवार को रमेश चंद्र रिटायर हो गए और इस दिन उन्‍होंने पत्‍नी की यह मनोकामना पूरी कर दी। 

रमेश चंद्र मीणा शनिवार को अपनी रिटायरमेंट के बाद हेलिकॉप्टर से घर पहुंचे। मीणा ने इसे ‘आनंददायी अनुभव’ बताते हुए कहा कि इसके जरिए उन्होंने अपनी पत्नी के हेलिकॉप्टर में बैठने के सपने को पूरा किया है। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सौराई में व्याख्याता रमेश चंद मीणा शनिवार को रिटायर हो गए। उन्होंने स्कूल से अपने गांव मलावली (लक्ष्मणगढ़) जाने के लिए हेलिकॉप्टर बुक करवाया था। 
 
हेलिकॉप्‍टर से गांव पहुंचे रमेश चंद्र मीणा
स्कूल से विदाई के बाद वह अपनी पत्नी सोमती मीणा और पोते अजय के साथ हेलिकॉप्टर से अपने गांव पहुंचे। राज्य में अपनी तरह का यह पहला किस्सा है जब कोई अध्यापक सेवानिवृत्ति के बाद हेलीकॉप्टर से घर पहुंचा हो। मीणा ने कहा कि एक दिन छत पर बैठे थे तो पत्नी ने हेलिकॉप्टर देखकर कहा कि इसमें बैठने का कितना खर्च आएगा?’ मैंने सोचा कि पत्नी का यह सपना तो अपनी सेवानिवृत्ति के दिन पूरा कर ही दें। 
 
हेलिकॉप्‍टर में बैठीं रमेश चंद्र मीणा की पत्‍नी सोमती
मीणा ने दिल्ली की एक कंपनी से हेलिकॉप्टर बुक किया। इस ग्रामीण इलाके में हेलिकॉप्टर आया देख भारी भीड़ जुट गई। मीणा दंपती ने सौराई से मलावली गांव की 22 किलोमीटर की दूरी हेलिकॉप्टर से कुल मिलाकर 18 मिनट में पूरी की। अपनी पहली हवाई यात्रा को आनंददायक बताते हुए मीणा ने बाद में कहा,‘हम दोनों (दंपती) ने पहली बार हवाई यात्रा की। बहुत आनंद आया।' उन्होंने कहा कि इस ‘हेलिकाप्टर यात्रा’ पर करीब पौने चार लाख रुपये का खर्च आया। मीणा ने 34 साल से अधिक समय तक शिक्षक के रूप में सेवाएं दीं। उनके दोनों बेटे सरकारी सेवा में हैं। 
 

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