चंडीगढ़
पंजाब में सरकारी कर्मचारियों को तनख्वाह नहीं मिल रही है. पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत बादल सरकारी खजाना खाली होने की दुहाई दे रहे हैं लेकिन उनके पांच कमरों के घर में 27 एसी लगे हैं. इतना ही नहीं उनका सलाना बिजली बिल, लाखों में आता है और भुगतान सराकारी खजाने से होता है.
हालांकि वित्त मंत्री ऑफिस में लोगों को वित्तीय संकट की दुहाई देते हुए चाय पिलाने से भी परहेज करते हैं. उन्होंने अपने ऑफिस के बाहर बाकायदा एक तख्ती लगा रखी है जिसमें उन्होंने लिखा है यहां पर किसी को चाय नहीं पिलाई जाएगी.
शुरुआत में तो लोगों ने वित्त मंत्री के इस पहल की काफी तारीफ की लेकिन जबसे उन्हें मंत्री जी की कथनी और करनी में फर्क की भनक लगी तो कई सारे सवाल खड़े होने लगे हैं.
दरअसल एक आरटीआई में खुलासा हुआ है कि पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत बादल के पांच कमरों वाले सरकारी बंगले में कुल 27 एसी और 14 गीजर लगे हैं. इतना ही नहीं उनके सरकारी आवास का सालाना बिल 6 लाख रुपए के करीब आता है, जिसका भुगतान वो सरकारी खजाने से करते हैं.
पंजाब आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष और लोकसभा सांसद भगवंत मान ने इस मामले को लेकर सत्ताधीन पार्टी पर हमला किया है. उन्होंने कहा कि मनप्रीत बादल प्रदेश को संभालने में पूरी तरह विफल रहे हैं. वहीं मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को पता ही नहीं कि उनके प्रदेश में चल क्या रहा है.
इस मामले में जब विवाद बढ़ने लगा तो पंजाब सरकार ने अपने वित्त मंत्री का बचाव किया. पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री साधू सिंह धरमसोत ने कहा कि जिस सरकारी कोठी में फिलहाल मनप्रीत बादल रह रहे हैं वो अकाली-बीजेपी सरकार में मंत्री रहे बिक्रम सिंह मजीठिया के पास थी. कमरे में इतनी एसी उन्होंने लगवाई है मनप्रीत बादल ने तो चार-पांच एसी ही लगवायी है.
हालांकि उन्होंने इस सवाल के जवाब में कुछ नहीं कहा कि जब पहले से ही इतनी एसी लगी थी तो अतिरिक्त एसी की आवश्यकता क्यों पड़ी? इसके अलावा पंजाब में कांग्रेस सरकार को आए तीन साल हो चुके हैं, अगर एसी की संख्या ज्यादा थी तो फिर कम क्यों नहीं की गई और बिजली के बिल पर लगाम लगाने की कोशिश क्यों नहीं की गई. क्योंकि खाली तो सरकारी खजाना हो रहा है जो राज्य के लोगों के विकास पर खर्च होना था.
अब इस मामले में अकाली दल, मनप्रीत बादल पर हमलावर हो गया है. अकाली दल के प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि अगर एक बार मान भी लिया जाए कि पूर्व मंत्री और अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने सरकारी आवास में इतने एसी लगवाए तो आपने सरकार बनने के बाद एसी की संख्या कम क्यों नहीं की?
चीमा ने मनप्रीत बादल पर पंजाब की वित्तीय हालत को संभालने में नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि वो जनता से जुड़े कामों और वादों को पूरा करने के लिए हमेशा फंड का रोना रोते हैं लेकिन खुद उनके घर पर 27 एसी लगाकर जो फिजूलखर्ची हो रही है इससे उनका दोहरा चरित्र सबके सामने आ गया है.'
जाहिर है हाल के दिनों में पंजाब के वित्त मंत्री आर्थिक कारणों का हवाला देत हुए काम-काज नहीं होने की दुहाई देते रहे हैं, ऐसे में इस फिजुलखर्ची को लेकर तो सवाल उठेंगे ही.
पंजाब के अन्य मंत्रियों के घर में एसी की सूची
– ब्रह्म मोहिंदर- 18 एसी
– तृप्त राजिंदर बाजवा- 17 एसी
– ओम प्रकाश सोनी- 12 एसी
– भारत भूषण आशु- 12 एसी
– गुरप्रीत कांगड़- 12 एसी
– सुखबिंदर सिंह सरकारिया- 11 एसी
– साधु सिंह धर्मसोत- 11 एसी
– सुखजिंदर रंधावा- 10 एसी
– सुंदर शाम अरोड़ा- 10 एसी
– अरुणा चौधरी- 9 एसी
– बलबीर सिद्धू- 8 एसी
– चरणजीत चन्नी- 8 एसी