राजनांदगांव
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव (Rajnandgaon) शहर में 10 वर्षीय नैतिक लुल्ला अपहरण (kidnapping case) मामले में पुलिस की मेहनत रंग लाई है. पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद महज 12 घंटे में अपहृत बालक को महाराष्ट्र सीमा (Maharashtra border) पर बसे साल्हेकसा के गांव कचारगढ़ से सकुशल बरामद कर लिया है. साथ ही अपहरणकर्ता को गिरफ्तार (Arrested) कर लिया गया है. फिलहाल पुलिस (Rajnandgaon police) ने बच्चे को परिजनों के सुपुर्द कर दिया है.
दरअसल राजनांदगांव के होटल व्यवसायी विनोद लुल्ला के 8 वर्षीय पुत्र नैतिक लुल्ला का दो अज्ञात बाइकसवार युवकों ने अपहरण कर लिया था. घटना से शहर में सनसनी फैल गई है. पुलिस ने अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार करने के लिए शहर भर में नाकेबंदी की. बताया जा रहा है कि अपहरणकर्ताओं ने घर से करीब 200 मीटर की दूरी पर वारदात को अंजाम दिया था. जिस वक्त इस घटना को अंजाम दिया गया उस वक्त बच्चा नैतिक मोहल्ले में साइकिल चला रहा था. उसी दौरान बाइक पर सवार दो युवक वहां पहुंचे और उन्होंने बच्चे को अगवा कर लिया.
वहीं परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर आरोपियों की तफ्तीश के लिए शहर में नाकेबंदी कर दी थी. वहीं आसपास के इलाके में मौजूद तमाम सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाला गया था. पुलिस को जैसे ही आरोपियों के ठिकानों का पता चला तत्काल पुलिस मौके पर पहुंची और नैतिक को अपने कब्जे में लिया और दोनों आरोपियों को धर दबोचा. पुलिस ने दोनों आरोपी को गिरफ्तार कर बच्चे को परिजनों के सुपुर्द कर दिया है.
मामले में चौकाने वाली बात सामने आयी कि 10 वर्षीय नैतिक के पिता विनोद लुल्ला के पास 5 वर्षों से काम करने वाले युवक ने आपसी रंजिश के चलते अपने दोस्त के साथ अपहरण की घटना को अंजाम दिया था. फिलहाल पुलिस की मुस्तैदी के चलते अपहरणकर्ता को गिरफ्तार कर परिवार के चिराग को उनके घर सकुशल पहुंचाया जा सका है. वहीं बच्चे के सकुशल घर आने पर परिजनों के चेहरे पर मुस्कान आई है.