मौसम विभाग ने कहा-अरब सागर में बना दबाव बदल सकता है विकराल चक्रवाती तूफान में, सबसे ज्यादा खतरे में मुंबई
नई दिल्ली. नौ दिनों तक तपने वाला नौतपा इस बार दो दिन भी ढंग से नहीं तपा। इस दौरान उमस और गर्मी तो रही पर लोगों को इन नौ दिनों में तीखी धूप पडऩे की जो उम्मीद थी वह पूरी नहीं हो पाई। दो दिन पारा 40 के ऊपर जाने बाद धीरे-धीरे कम होता गया और 31 मई को इस महीने के समापन के साथ ही पारा 40 से नीचे तक आ गया। इस दौरान मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों में आंधी तूफान के साथ ही हो रही बारिश ने मौसम का मिजाज बिगड़ गया है।
अरब सागर में बने दबाव के एक विकराल चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है, जो तीन जून को उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात तटों से होकर गुजरेगा। इससे मुंबई के अत्याधिक प्रभावित होने की आशंका है। मुंबई के अलावा, इससे ठाणे, नवी-मुम्बई, पनवेल, कल्याण-डोम्बिवली, मीरा-भयंदर, वसई-विरार, उल्हासनगर, बदलापुर और अंबरनाथ जैसे शहर भी प्रभावित होंगे।
केरल के तट से टकराया मानसून
मौसम विज्ञान विभाग ने सोमवार को बताया कि दबाव बढ़कर गहरे दबाव क्षेत्र में बदलेगा और आज शाम तक वह किसी भी चक्रवात के तीसरे या चौथे चरण में पहुंच जाएगा। आईएमडी के चक्रवात चेतावनी प्रभाग ने कहा कि दो जून तक यह एक चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगा।
बारिश ने उत्तर और पश्चिम भारत में गर्मी से दिलाई राहत
चक्रवात चेतावनी प्रभाग की माने तो इस तूफान के दो जून सुबह उत्तर की ओर बढऩे की आशंका है और फिर यह उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ेगा और तीन जून शाम या रात को हरिहरेश्वर (रायगढ़, महाराष्ट्र) और दमन के बीच उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तटों को पार करेगा।
अरब सागर के ऊपर तूफान सक्रिय
रायगढ़ और दमन के बीच लगभग 260 किलोमीटर में फैला यह हिस्सा देश के सबसे अधिक जनसंख्या घनत्व वाले स्थानों में से एक है। मुंबई के अलावा, इससे ठाणे, नवी-मुम्बई, पनवेल, कल्याण-डोम्बिवली, मीरा-भयंदर, वसई-विरार, उल्हासनगर, बदलापुर और अंबरनाथ जैसे शहर भी प्रभावित होंगे।
आईएमडी ने कहा, इससे मुंबई पर असर पड़ेगा। आईएमडी ने कहा कि जब तीन जून शाम को यह तट पार करेगा तो इसकी गति 105 से 110 किलोमीटर प्रति घंटा की होगी। दक्षिणी गुजरात और तटीय महाराष्ट्र में इससे भारी बारिश का पूर्वानुमान है।