रायपुर
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की राजनीति में एक बार फिर धान खरीदी (Dhan Purchase) का मुद्दा चर्चाओं में आ गया है. धान खरीदी मुद्दे पर कांग्रेस (Congress) से अलग-अलग बयान सामने आ रहे हैं. जहां सूबे के एक मंत्री धान खरीदी की मियाद बढ़ाने से साफ इंकार कर रहे हैं तो वहीं सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री सरकार को ही नसीहत दे रहे हैं. बता दें कि सूबे के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत (Minister Amarjeet Bhagat) ने साफ तौर पर कह दिया है कि धान खरीदी की तारीख नहीं बढ़ाई जाएगी. अपने ही मंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए अब स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (TS Singheo) ने धान खरीदी पर राज्य सरकार को एक बड़ी सलाह दे दी है. गौरतलब है कि पिछ्ले दिनों मंत्री अमरजीत भगत ने कहा था कि धान खरीदी की तारीख आगे नहीं बढ़ेगी. किसानों को पर्याप्त समय मिला गया है.
धान खरीदी पर हो रही सियात पर मंत्री सिंहदेव ने एक बड़ा बयान दे दिया है. मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि धान खरीदी को लेकर सरकार को किसानों की मांग पर विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर किसान अपना धान नहीं बेच पाए है तो तारीख आगे बढ़ाने के विकल्प को खुला रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि स्थिति के मुताबिक धान खरीदी पर सरकार को फैसला लेना चाहिए. मंत्री ने कहा कि किसानों को फोन आ रहे हैं. टोकन के बावजूद वे धान नहीं बेच पा रहे हैं. मेरा मानना है कि लोगों की बात पहले सुननी चाहिए, फिर फैसला लिया जाना चाहिए.
तो वहीं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह (Former CM Dr. Raman Singh) का कहना है कि किसानों के लिए सरकार को संवेदनशील होना चाहिए. धान खरीदी के दौरान भी कई दिनों तक धान खरीदी बंद रही. इस वजह से किसान परेशान है. किसानों ने अभी तक अपना पूरा धान बेचा नहीं है. डॉ. रमन सिंह ने कहा कि सरकार को 15 दिन धान खरीदी का समय बढ़ा लेना चाहिए. आखिर क्यों किसानों के बीच आंदोलन की स्थिति सरकार पैदा कर रही है.
धान खरीदी पर सरकार को घेरते हुए नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक का कहना है कि कांग्रेस सरकार के एक मंत्री अलग दूसरे मंत्री अलग और मुख्यमंत्री उनसे अलग बयान दे रहे हैं धान खरीदी में सरकार चाहती है कि किसान ज्यादा धान ना बेचे. इसलिए धान खरीदी से बचने की है कोशिश की जा रही है. बारिश की वजह से धान खरीदी प्रभावित हो रही है.