सुबह कराया भर्ती, शाम को अस्पताल में ली अंतिम सांस ली
इंदौर. देश के प्रसिद्ध शायर डॉ. राहत इंदौरी का कोरोना वायरस संक्रमण से निधन हो गया। उनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया था। इसके बाद वे इलाज के लिए अरविंदो अस्पताल में भर्ती हुए थे। राहत इंदौरी ने खुद ट्वीट कर यह जानकारी दी थी। उल्लेखनीय है कि शहर में प्रतिदिन कोरोना के 100 से अधिक मरीज मिल रहे हैं और मरने वालों की संख्या 300 के पार हो गई है।
परिजनों के अनुसार राहत साहब को आज रात 9.30 बजे छोटी खजरानी (इंदौर) कब्रस्तान में दफनाया जाएगा। परिजनों की उनके चाहने वालों से गुज़ारिश है कि वे अपने-अपने घरों से ही दुआ करें। देश के प्रसिद्ध शायर डॉ. राहत इंदौरी अंतिम सांस के साथ ही अब वे ‘जमींदार” हो गए हैं। दरअसल, शायरी के लंबे दौर में उन्होंने कभी कहा था-
कश्ती तेरा नसीब चमकदार कर दिया,
इस पार के थपेड़ों ने उस पार कर दिया।
दो गज सही ये मेरी मिलकियत तो है,
ऐ मौत तूने मुझे जमींदार कर दिया।।
इस शेर में जमींदार होने से उनका आशय था कि जिस जमीन में उन्हें दफनाया जाएगा, वह भले ही दो गज की हो, मगर हमेशा के लिए उनकी मिलकियत (संपत्ति) हो जाएगी।
सुबह अस्पताल में किया गया था भर्ती
कोरोना संक्रमण के कारण राहत इंदौरी को अस्पताल में सुबह भर्ती किया गया था और इसकी जानकारी उन्होंने खुद अपने फेसबुक अकाउंट पर भी दी थी। शाम को अचानक उन्हें दिल के दो दौरे आए और उन्होंने अस्पताल में ही अंतिम सांस ली। डाक्टरों के अनुसार दोनों फेफड़ों में कोरोना का संक्रमण, किडनी में सूजन थी और सांस लेने में तकलीफ होने के कारण वे अस्पताल में भर्ती हुए थे। शाम पांच बजे डॉक्टरों ने उनके निधन की पुष्टि की।
कोरोना के लक्षण दिखाई देने पर जांच की गई
इससे पहले उन्होंने लिखा था कोविड के शुरुआती लक्षण दिखाई देने पर मेरा कोरोना टेस्ट किया गया, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अरविंदो अस्पताल में एडमिट हूं, दुआ कीजिए जल्द से जल्द इस बीमारी को हरा दूं। एक और इल्तेजा है, मुझे या घर के लोगों को फोन ना करें, मेरी खैरियत ट्विटर और फेसबुक पर आपको मिलती रहेगी। इस ट्वीट के बाद राहत इंदौरी के चाहने वाले जल्द से जल्द उनके स्वस्थ होने की दुआ के साथ मैसेज लिख रहे थे, लेकिन देर शाम उनके निधन की खबर आई।