नई दिल्ली
सीएए को लेकर उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा के दौरान जमकर पत्थरबाजी हुई, जिसकी खौफनाक तस्वीरें सड़कों पर बिखरीं ईंट-पत्थरों के रूप में दिखीं। नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, चांदबाग आदि हिंसा ग्रस्त इलाकों में जमकर ईंट पत्थर चले। गुरुवार और शुक्रवार शाम तक निगम की सफाई टीमों ने अलग-अलग इलाकों से करीब पांच हजार किलो ईंट-पत्थर साफ किया है। इसके अलावा करीब बीस मीट्रिक टन कूड़ा व क्षतिग्रस्त सामान को हिंसा प्रभावित इलाकों से हटाया गया है।
दरअसल, हिंसा प्रभावित इलाकों में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किए जाने के बाद शांति का माहौल बनना शुरू हुआ तो पूर्वी निगम ने सफाई कार्य शुरू किया। शाहदरा उत्तरी क्षेत्र के उपायुक्त रेनन कुमार ने बताया कि अनेक इलाकों में आगजनी की घटना के बाद सड़कों पर चारों तरफ पड़े हुए पत्थर, दुकानों और मकानों के बाहर जला हुआ सामान, सड़कों पर जले हुई कारें, मोटरसाइकिल, ई-रिक्शा, ऑटो सहित अन्य वाहनों को गुरुवार से उठाना शुरू किया गया था।
रातभर चले इस सफाई अभियान में अब तक 20 मीट्रिक टन मलबा उठाया जा चुका है। बड़ी मात्रा में इस इलाके में ईंट पत्थर मिले हैं। अफसरों के मुताबिक अभी तक पांच हजार किलो ईट पत्थर साफ किया गया है। निगम के करीब पांच हजार सफाई कर्मचारी सफाई अभियान में जुटे हुए हैं।
अग्निशमन सेवा प्रमुख के अतुल गर्ग ने कहा कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा के दौरान पांच दमकलकर्मी घायल हुए हैं। वहीं, पांच फायर टेंडर क्षतिग्रस्त हो गए। वहीं, दिल्ली अग्निशमन सेवा के मुताबिक, सोमवार से गुरुवार तक दिल्ली में दंगा के दौरान आगजनी से संबंधित 218 कॉल प्राप्त हुईं। इनमें से मंगलवार को आगजनी की सबसे अधिक 89 घटनाएं हुईं।
4 दिन में 400 से ज्यादा वाहन जले
उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान सोमवार सुबह से गुरुवार सुबह के बीच दोपहिया वाहनों समेत 500 से अधिक वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया है। दिल्ली दंगा में जहां 79 घर आग की चपेट में आए, वहीं 52 दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया। इसके अलावा 5 गोदामों में आग लगा दी गई और 3 कारखानों को दंगाइयों ने जला दिया।