नई दिल्ली
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने रिश्वत लेते रंगे हाथों गोपाल कृष्ण माधव नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया है. जानकारी के मुताबिक, ये शख्स दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का OSD बताया जा रहा है. सीबीआई ने गोपाल को एक टैक्स के मामले को निपटाने के लिए 2 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है. गोपाल कृष्ण माधव को गुरुवार देर रात एक ऑपरेशन में गिरफ्तार किया गया, जब वह जीएसटी के एक मामले में 2 लाख रुपये से ज्यादा रिश्वत ले रहे थे. अधिकारियों ने बताया कि माधव को गिरफ्तार करने के तुरंत बाद सीबीआई हेडक्वॉर्टर ले जाया गया, जहां अधिकारी उससे पूछताछ कर रहे हैं.
सिसोदिया के शामिल होने पर जांच जारी
सूत्रों के मुताबिक, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के शामिल होने की बात सामने नहीं आई है, जांच जारी है. अधिकारियों ने बताया कि माधव 2015 में सिसोदिया के ऑफिस में तैनात थे. वहीं, सीबीआई ने यह गिरफ्तारी ऐसे समय में की है जब एक दिन बाद दिल्ली चुनाव के लिए वोटिंग होनी है. दिल्ली चुनाव के लिए आज प्रचार का आखिरी दिन था. अब जनता 8 फरवरी को अपना सीएम चुनने के लिए मतदान करेगी.
ऐसे में चुनाव प्रचार से ठीक पहले गुरुवार को अखबार के साथ दिल्लीवालों को एक ऐसे पर्चे भी मिले जिसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मुसलमानों का मसीहा बताया गया और उन्हें जालीदार टोपी पहने दिखाया गया. वहीं, चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को नोटिस जारी किया है. चुनाव आयोग ने सीएम योगी को 1 फरवरी को दिल्ली के करावल नगर में दिए उनके विवादित भाषण को लेकर नोटिस भेजा है. इस पर चुनाव आयोग ने 7 फरवरी शाम 5 बजे तक जवाब मांगा है.
विवादित भाषण के लिए सीएम योगी को नोटिस
चुनाव आयोग ने कहा, प्रथम दृष्टया इस तरह की टिप्पणी कर बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने 8 फरवरी के दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए लागू आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों का उल्लंघन किया. योगी आदित्यनाथ ने यह टिप्पणी 1 फरवरी को दिल्ली में एक भाषण के दौरान की थी.
एक जनसभा के दौरान सीएम योगी ने कहा, आज आतंकवादियों को बिरयानी नहीं खिलाई जा रही है. बिरयानी खिलाने का शौक या तो कश्मीर के अंदर कांग्रेस को था या फिर बिरयानी खिलाने का शौक शाहीन बाग जैसी घटनाओं में केजरीवाल को है. मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पाकिस्तान का एक मंत्री केजरीवाल के समर्थन में अपील कर रहा है यानी उसे दिल्ली की जनता पर विश्वास नहीं है. वो अपने पाकिस्तान के आकाओं से कह कर अपने पक्ष में बयान दिलावा रहे हैं. इन चेहरों को पहचान लीजिए और ये देश की सुरक्षा के लिए घातक हैं.