मथुरा
दो माह पूर्व दिल्ली के निजामुद्दीन स्टेशन से त्रिवेंद्रम जा रही 22634 निजामुद्दीन-त्रिवेंद्रम सुपरफास्ट एक्सप्रेस में डकैती और मां-बेटी की हत्या करने के मामले में पुलिस ने सोमवार को वारदात के दसवें एवं अंतिम आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
मथुरा जंक्शन के जीआरपी (राजकीय रेलवे पुलिस) प्रभारी इंस्पेक्टर सुबोध कुमार यादव ने मंगलवार को बताया, ‘‘गत दो और तीन अगस्त की रात त्रिवेंद्रम एक्सप्रेस में डकैती और मां-बेटी की हत्या करने के मामले में वांछित चल रहे अपराधी राजू उर्फ बाते खां को गिरफ्तार कर लिया गया है। बाते खां पूर्व में इंदौर, ग्वालियर और रामगढ़ में भी ट्रेनों में लूट तथा अन्य वारदात को अंजाम दे चुका है।’’
गौरतलब है कि गत दो और तीन अगस्त की रात त्रिवेन्द्रम एक्सप्रेस से दिल्ली से कोटा जा रही मां-बेटी (मीना एवं मनीषा) को लुटेरों ने बुरी तरह से पीटा और चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया जिससे दोनों की मौत हो गई थी।
मां मीना (50) और भाई आकाश (23) मनीषा (21) को इंजीनियंिरग की कोंिचग की खातिर कोटा के इंस्टीट्यूट में दाखिले के लिए छोड़ने जा रहे थे। इसी दौरान टॉयलेट जाने के लिए उठी मीना ने एक बदमाश को अपना बैग उठाते देखा। उन्होंने बैग छीनने की कोशिश की। मनीषा भी जाग गई और उसने भी बैग बचाने की कोशिश की। अब तक अन्य बदमाश आ गए और मीना तथा मनीषा को बुरी तरह पीट कर उन्होंने चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया। दोनों की मौत हो गई।
यादव ने बताया कि इस मामले में जीआरपी अब तक दस आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
उन्होंने बताया कि राजू उर्फ बाते खां मुरैना के रामपुर का रहने वाला है। वह उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों में भी लूटपाट की घटनाओं में लिप्त रहा है। पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका बाते खां इन दिनों जमानत पर था। वह कुछ अन्य मामलों में वांछित था जिसकी वजह से उसके घर पर कुर्की की कार्यवाही चल रही थी।
यादव ने बताया, ‘‘बाते खां से पूछताछ में पता चला है कि वह वर्ष 2013 में जीटी एक्सप्रेस में 50 यात्रियों से हुई करीब 60 लाख रुपए की लूट के मामले में भी शामिल था।’’