पटना
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 10वीं और 12वीं 2020 के मूल्यांकन को तीन स्तर पर करवाने की तैयारी की है। सभी मूल्यांकन केंद्रों पर शिक्षकों की टीम बनायी जायेगी। यह टीम उन कॉपियों की दुबारा जांच करेगी, जिसे परीक्षकों द्वारा जांचा गया होगा। इस टीम में हर विषय के तीन और चार शिक्षकों को रखा जायेगा। सीबीएसई इसकी जानकारी प्रायोगिक परीक्षा के बाद स्कूलों को देगा।
बोर्ड की मानें तो पिछले कई सालों से शिक्षकों की लापरवाही कॉपी जांच के दौरान देखी जा रही है। इसका सीधा असर छात्रों के रिजल्ट पर पड़ता है। शिक्षकों द्वारा कॉपी पर एक, दो या तीन अंक दिये जाने का मामला आता रहा है। जब छात्रों ने स्क्रूटिनी के लिए आवेदन किया और कॉपी का पुनर्मूल्यांकन हुआ तो शिक्षकों की लापरवाही सामने आयी। यह एक नहीं बल्कि सैकड़ों छात्रों के साथ होता रहा है। इसको लेकर बोर्ड ने तीन स्तर पर कॉपी जांचने की प्रक्रिया शुरू की है।
कंप्यूटर पर अंक डालने से पहले भी होगी जांच
परीक्षक द्वारा कॉपी जांचने के बाद तीन शिक्षकों की टीम कॉपी को दुबारा जांचेगी। इसके बाद जब कंप्यूटर पर अंक चढ़ाया जायेगा तो उसकी जांच के लिए भी एक टीम होगी। यह टीम हार्ड कॉपी के अंकों की मिलान कंप्यूटर पर दिये गये अंकों से करेगी। इससे अंक की गड़बड़ी होगी तो उसे पकड़ा जा सकेगा।
एक बार में 25 कॉपी जांची जायेगी
बोर्ड ने कॉपी की संख्या भी फिक्स कर दी है। एक परीक्षक एक दिन में 25 कॉपी से अधिक नहीं जाचेंगे। इसके लिए बोर्ड ने सख्त नियम बनाए हैं। कोई भी शिक्षक एक बार में 25 कॉपी से अधिक नहीं जांच पायेंगे। इसकी हर दिन की रिपोर्ट बोर्ड को भेजनी होगी।
इस बार मूल्यांकन पर कड़ी नजर रखी जायेगी। छात्रों का नुकसान न हो, इसके लिए शिक्षकों को निर्देश जारी किया जायेगा। इस बार तीन स्तर पर कॉपी जांच करने की योजना बनायी गयी हैं।
– डॉ. संयम भारद्वाज, परीक्षा नियंत्रक, सीबीएसई