आप घर पर भूल गए हैं चादर, तकिया, कम्बल तो स्टेशन पर भी मिल जाएगा डिस्पोजेबल चादर, तकिया और कम्बल
नई दिल्ली. वैश्विक महामारी कोरोना ने देश भर के सभी सेक्टरों को खासा प्रभावित किया है। ऐसे में देश भार में आवाजाही का सबसे बड़ा साधन माना जाने वाला रेलवे भी इससे अछूता नहीं रहा। देश भर में टे्रनों की आवाजाही पर रोक लगने के बाद ट्रेनों के पहिए थम गए थे, जिससे लोगों की आवाजाही थम सी गई थी। अनलॉक एक के बाद देश भर में लम्बे रूट पर चलाई गई करीब 200 ट्रेनों से आवाजाही तो शुरू हो गई, पर अब भी बड़ी संख्या में लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में छोटे रूटों पर चलने वाली कम दूरी की ट्रेनों को भी चलाने की लगातार मांग की जा रही है।
टे्रनों में बंद कर रखा तकिया, चादर, कम्बल देना
कोरोना की वजह से ट्रेन में बीते मार्च से ही रेलवे ने चादर, तकिया और कंबल देना बंद कर दिया है। ऐसे में यदि आप घर से चादर, कंबल लाना भूल गये हो तो स्टेशन में ही 50, 100 या 200 से खरीद सकते हैं। यह ऑप्शन पूर्व मध्य रेलवे के दानापुर मंडल में शुरू हो गया है। अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों द्वारा यह प्रयोग पसंद किया गया तो और भी स्टेशन में शुरू किया जा सकता है।
रेलवे ने एक ट्वीट में कहा, भारतीय रेल यात्रियों की सुरक्षित एवं आरामदायक यात्रा के लिए हमेशा प्रयासरत रही है। इसी क्रम में भारतीय रेल ने पहली बार दानापुर मंडल के कुछ स्टेशनों पर डिस्पोजेबल लिनन कियोस्क शुरू किया गया है, जिससे यात्री भुगतान के आधार पर आवश्यकतानुसार चादर, तकिया, कंबल ले सकते हैं।
50 से 250 रुपए तक रेट
रेलवे के मुताबिक 50 रुपये में एक चादर, एक मास्क और एक सैनिटाइजर सैशे खरीदा जा सकता है। अगर आप इनके साथ तकिया भी चाहते हैं तो 100 रुपये खर्च करने पड़ेंगे। 200 रुपये में आपको एक चादर, एक मास्क और एक सैनिटाइजर सैशे के साथ एक कंबल भी मिलेगा। इसी तरह 250 रुपये में एक चादर, एक मास्क, एक सैनिटाइजर सैशे और कंबल के साथ तकिया भी मिलेगा।
तत्काल कोटा में टिकटों की बुकिंग शुरू
इससे पहले आज से तत्काल कोटा में टिकटों की बुकिंग शुरू हो गई है। इसके तहत 230 स्पेशल ट्रेनों के लिए बुकिंग की जा सकेगी। जो भी यात्री तत्काल कोटा के तहत टिकट बुक करना चाहते हैं, उन्हें एसी कोच के लिए सुबह 10 बजे से टिकट बुक करनी होगी, जबकि स्लीपर कोटा के लिए सुबह 11 बजे से टिकट बुक करनी होगी। ये टिकट आईआरसीटीसी की वेबसाइट या फिर मोबाइल ऐप के जरिए बुक किए जा सकते हैं।
रेलवे ने स्पेशल ट्रेनों के लिए शुरू की तत्काल बुकिंग सेवा
हमेशा की तरह ही तत्काल टिकट सामान्य टिकट के मुकाबले महंगे होंगे। फिलहाल भारतीय रेलवे की तरफ से 230 स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं। उम्मीद है कि एक जुलाई से भी यही ट्रेनें पटरी पर दौड़ेंगी, क्योंकि रेलवे ने बाकी सभी रेगुलर ट्रेनों को रद्द कर दिया है और सबके टिकट के पैसे भी रिफंड करने को कहा है। रेलवे की घोषणा के अनुसार 12 अगस्त तक की सभी ट्रेनें रद्द की जा चुकी हैं।