भोपाल
जनसम्पर्क, विधि-विधायी, ससंदीय कार्य, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री श्री पी.सी. शर्मा तथा नगरीय विकास एवं आवास तथा जिले के प्रभारी मंत्री जयवर्द्धन सिंह आज राजगढ़ में बाबा रामदेव जन्मोत्सव समारोह में सम्मिलित हुए।
जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने कहा कि तंवर समाज स्वाभिमानी समाज है। समाज अपने बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दें। राज्य शासन ने पिछड़ा वर्ग के लिये 27 प्रतिशत आरक्षण दिया हैं। उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव के मूल स्थान की यात्रा के लिए मध्यप्रदेश सरकार द्वारा 05 सितम्बर को तीर्थ यात्रा ट्रेन भेजी जा रही है, जिसमें बुजुर्ग निःशुल्क यात्रा करें। उन्होंने कहा कि समाज बाबा रामदेव के इतिहास पर आधारित सामग्री को संकलित कर उपलब्ध करायें, जिसे जनसम्पर्क विभाग के माध्यम से एक पुस्तक के रूप में प्रकाशित करने में मदद की जायेगी। उन्होंने कहा कि नर्मदा परिक्रमा मार्ग की तर्ज पर बाबा रामदेव जन्मस्थान यात्रा मार्ग पर यात्री निवास बनवाये जा सकते हैं।
नगरीय विकास मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने कहा कि तंवर समाज संगठित होकर विकास करें। हम आपके साथ है। उन्होंने कहा कि जिले के कालीपीठ में गौ-शाला खोली गई है। उन्होंने कहा कि राजगढ़ जिले में सोयाबीन, मक्का की खराब फसलों का सर्वे कराया जा रहा है। तंवर समाज के पिछड़ा वर्ग छात्रावास के लिये प्रयास करेंगे। बाबा रामदेव यात्रा मार्ग में सामुदायिक भवन बनवाने का भी प्रयास किया जाएगा। मंत्री द्वय ने बाबा रामदेव के भण्डारे की प्रसादी भी ग्रहण की। संचालन विधायक श्री बापू सिंह तंवर ने किया।
मंत्री द्वय ने ब्यावरा तहसील के ग्राम खजुरिया जोड़, नरसिंहगढ़ रोड पर यात्री प्रतीक्षालय एवं तोरण द्वार का शिलान्यास किया। कार्यक्रम में हितग्राहियों को नया सवेरा योजना में 02-02 लाख की राशि के चेक वितरित किये गये। मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने कहा कि प्रतीक्षालय का शिलान्यास ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध करवाने का एक प्रयास है।
मंत्री द्वय ने बाबा रामदेव के चित्र पर माल्यार्पण कर उपस्थित जन-समुदाय को सम्बोधित किया। विधायक श्री गोवर्धन दांगी, श्री बापू सिंह तंवर, सांसद श्री रोडमल नागर, पूर्व सांसद श्री नारायण सिंह आमलाबे, पूर्व विधायक श्री रघुनदंन शर्मा, अमर सिंह यादव, श्री रामचन्द्र दांगी, तंवर समाज अध्यक्ष श्री तखत सिंह, श्रीमती मोना सुस्तानी सहित बड़ी संख्या में तंवर समाज बन्धु उपस्थित रहे।