बालोद
जिस बाघ को वन विभाग बरही व गुरुर बड़भूम जंगल क्षेत्र में तलाश कर रही थी। जिसे घने जंगल में दाखिल होने का अनुमान लगा रही थी। वह अब 20 किमी दूर डौंडी ब्लॉक के ग्राम चिहरो (आमाडुला) तक पहुंच चुका है। एक हफ्ते बाद फिर वनांचल के गांव में बाघ से दहशत का आलम है।
ग्राम चिहरो में किसान अशोक मंडावी के गाय को बाघ ने शिकार भी किया है। इसकी पुष्टि जांच में पहुंची वन विभाग की टीम ने भी कर दी है। बाघ पहुंचने की पुष्टि के बाद एक बार फिर वन अमला अलर्ट हो चुका है। शनिवार को देर शाम तक डौंडी, बालोद और गुरूर ब्लॉक का वन विभाग आसपास के जंगल से लगे हुए गांव में सर्चिंग करता रहा। इलाके के चरवाहे मवेशियों को जंगल क्षेत्र की ओर चराने चले गए थे। झुंड से बिछड़ कर यह गाय घने जंगल में चला गया।
क्षेत्र के आसपास चट्टानी जमीन होने के कारण अन्य जगहों पर पद चिन्ह नहीं मिल पाए। इस कारण पता नहीं चल रहा है कि यहां शिकार के बाद आखिर बाघ किस दिशा में गया होगा। रेंजर रियाज खान ने कहा कि आसपास का पूरा इलाका जंगल से घिरा हुआ है। इसलिए ग्रामीणों को 24 घंटे सावधान रहने की जरूरत है। बाघ को अब तक किसी ने देखा नहीं है। लेकिन गाय के शिकार से उसके हलचल की पुष्टि हो चुकी है। मुनादी करके ग्रामीणों को चेता दिया गया है कि वे शाम को घर से ना निकले।