नई दिल्ली
भारत के सबसे प्रतिभाशाली मुक्केबाजों में शामिल सुमित सांगवान का तोक्यो ओलिंपिक जाने का सपना गुरुवार को टूट गया। ओलिंपियन और नैशनल चैंपियन (91 किलोग्राम) सांगवान पर नैशनल ऐंटी-डोपिंग एजेंसी (नाडा) ने एक साल का बैन लगा दिया। 10 अक्टूबर को हिमाचल प्रदेश के बद्दी में सीनियर नैशनल्स के दौरान हुई जांच में उनके यूरीन सैंपल में एसेटेजोलामाइड पाया गया। सांगवान ने 2012 लंदन ओलिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था।
सांगवान का का बैन 26 दिसंबर 2019 को शुरू हुआ है। इसी दिन नाडा की ऐंटी डोपिंग अनुशासन समिति ने अपना ऑर्डर जारी किया है। इसका अर्थ यह है कि वह पुरुषों के ओलिंपिक क्वॉलिफायर्स के नैशनल ट्रायल्स में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। इसका आयोजन 29-30 दिसंबर को बरेली में होना था। इसमें चुने जाने वाले मुक्केबाजों को को भारत की ओर से 3 से 14 फरवरी के बीच चीन के वुआन में होने वाले तोक्यो क्वॉलिफायर में खेलने का मौका मिलता।
नाडा के डीजी नवीन अग्रवाल ने ट्वीट किया, ‘प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन के दोषी सुमित सांगवान पर तुरंत प्रभाव से एक साल का प्रतिबंध लगा दिया गया है।’ सांगवान के नमूने में 10 अक्टूबर को लिया गया था जिसमें डायूरेटिक्स और ‘मास्किंग एजेंट’ के अंश पाए गए थे ।