भोपाल
चिकित्सकों को कमी से जूझ रहे मध्यप्रदेश में अब स्वास्थ्य विभाग निलंबित डॉक्टरों की फिर तैनाती की तैयारी कर रहा है. स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया है कि बीते 6 महीनों में सभी सस्पेंड डॉक्टर्स को वापस ड्यूटी पर बहाल किया जाए. साथ ही डॉक्टर्स की भर्ती प्रक्रिया को तेज करें, जिससे प्रदेश की जनता को स्वास्थ्य का अधिकार हर स्तर पर मिल सके.
इसके साथ ही 1,700 से अधिक पदों के लिए डॉक्टर्स की भर्ती के विज्ञापन भी जारी कराए जाएंगे. स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान मंत्री ने शिशु और मातृ मृत्यु दर में कमी लाने के लिए प्रदेश में क्षेत्र और जिला आधार पर कार्य-योजना बनाने के निर्देश भी दिए हैं. इसके साथ ही विभाग की 365 दिन की कार्य योजना 10 दिन में बनाकर प्रस्तुत करने को कहा है. बैठक में स्वास्थ्य मंत्री सिलावट ने कहा कि सभी अधिकारी स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए शासकीय अस्पतालों का सप्ताह में एक बार अवश्य निरीक्षण करें. साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए निरंतर ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा करते रहें.
मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित कर कहा कि दूसरे विभाग के मंत्रियों और विधायकों के पत्रों पर फास्ट प्रोसेसिंग से कार्रवाई करें. सिविल अस्पतालों की मॉनिटरिंग के लिए जो प्रस्ताव प्रक्रिया में हैं, उन पर भी कार्रवाई रिपोर्ट तैयार करें.
प्रदेश के सभी जिला, सिविल, प्राथमिक अस्पतालों की व्यवस्था संबंधी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए गए. इस समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य आयुक्त प्रतीक हजेला, संचालक छवि भारद्वाज, विजय कुमार और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे.
उल्लेखनीय है कि इस वित्तीय वर्ष में स्वास्थ्य विभाग में बंपर भर्तियां होंगी. स्वास्थ्य विभाग 5 हजार से अधिक नर्सों की भर्ती करेगा, जिसमें 25 सौ संविदा पद से भरे जाएंगे, वहीं 722 मेडिकल अफसरों की भर्ती होगी. 900 से अधिक विशेषज्ञ डॉक्टर्स, 620 लैब टेक्नीशियन, 4 हजार सी.एच.ओ. पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी.