बेंगलुरु
नागरिकता कानून के विरोध देश भर से पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पों की खबरें आ रही हैं लेकिन कर्नाटक के बेंगलुरु में एक सुखद घटनाक्रम देखने को मिला। यहां टाउनहॉल में नागरिकता कानून और एनआरसी का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारी डठे हुए थे और पीछे हटने का नाम नहीं ले रहे थे। उन्हें वहां से शांतिपूर्वक हटाने के लिए बेंगलुरु (सेंट्रल) के डीसीपी ने अनोखा तरीका इस्तेमाल किया जिसका विडियो सोशल मीडिया पर खूब देखा जा रहा है।
डीसीपी चेतन सिंह राठौर ने अपने सामने खड़े प्रदर्शनकारियों को समझाया कि भीड़ मानसिकता के कारण हमारे बीच छिपे असामाजिक तत्व मौके का फायदा उठाते हैं और निर्दोष पिटते हैं। इसके बाद डीसीपी राठौर ने कहा, 'मुझ पर भरोसा है तो मेरे साथ एक गाना गाइए।' इसके बाद राठौर राष्ट्रगान गाते हैं और उनके साथ वहां मौजूद सभी प्रदर्शनकारी भी राष्ट्रगान दोहराने लगते हैं। धीरे-धीरे भीड़ शांतिपूर्ण तरीके से वहां से चली जाती है। कुछ इसी तरह पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच सौहार्द दिल्ली में दिखा जहां दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिए लोगों को भोजन-पानी ऑफर किया।
रामचंद्र गुहा हिरासत में
गुरुवार को बेंगलुरु में हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच मशहूर इतिहासकार रामचंद्र गुहा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उन्हें भी टाउन हॉल से हिरासत में लिया गया। खुद को हिरासत में लिए जाने पर गुहा ने कहा कि यह 'बिल्कुल अलोकतांत्रिक है' कि पुलिस शांतिपूर्ण तरीके से भी प्रदर्शन नहीं करने दे रही है, जबकि यह नागरिकों का मौलिक अधिकार है।बेंगलुरु में प्रदर्शनों को देखते हुए धारा 144 लागू कर दी गई थी।
मेंगलुरु में दो की मौत
कर्नाटक के मेंगलुरु के 5 पुलिस थानों में शुक्रवारआधी रात तक कर्फ्यू की घोषणा की गई है। इसके अलावा दक्षिण कर्नाटक के जिला उपायुक्त सिंधु बी रुपेश ने मेंगलुरु नगर निगम के तहत सभी स्कूल और कॉलेजों में शुक्रवार को छुट्टी का ऐलान किया है। मेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर पीएस हर्षा ने बताया कि हिंसक झड़पों में 20 पुलिसवाले चोटिल हुए हैं और दो नागरिक गंभीर रूप से घायल हुए थे बाद में जिनकी मृत्यु हो गई। कर्नाटक के कलबुरगि में भी लेफ्ट दलों और मुस्लिम संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। यहां पुलिस ने 20 प्रदर्शनकर्ताओं को गिरफ्तार किया है।