भोपाल
प्रदेश में विद्युत प्रदाय संबंधी शिकायतों के निराकरण के लिए डायल 100 की तर्ज पर केन्द्रीयकृत काल सेन्टर 1912 शुरू किया गया है। भोपाल, जबलपुर और इंदौर में काल सेन्टर सेवा में कार्यरत डेस्क की संख्या बढ़ाई गई है। काल सेन्टर में दर्ज शिकायतों के निराकरण की निरंतर मॉनीटरिंग की जाती है।
ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने बताया है कि जनवरी 2019 से अब तक विद्युत प्रदाय संबंधी लगभग 32 लाख शिकायतें प्राप्त हुईं। सभी शिकायतों का निराकरण समय पर किया गया। निराकरण की औसत अवधि एक घंटा 32 मिनिट पाई गई। यह अवधि विद्युत नियामक आयोग द्वारा निर्धारित मापदंड से बहुत कम है।
निर्धारित मापदंड के अनुसार सामान्य कारणों से विद्युत व्यवधान पर शहरी क्षेत्र के लिये अधिकतम 5 घंटे और ग्रामीण क्षेत्र के लिये 24 घंटे तय किये हैं। लाईन ब्रेक डाउन की स्थिति में शहरी क्षेत्र में अधिकतम 12 घंटे और ग्रामीण क्षेत्र में 3 दिन का समय दिया गया है।
शिकायत निराकरण का फीडबैक
शिकायतों के निराकरण के बाद उपभोक्ताओं से फीडबैक लेने का काम भी शुरू किया गया है। तीनों काल सेन्टर से प्रति कम्पनी प्रतिदिन 500 शिकायतकर्ताओं से सम्पर्क कर उनकी सन्तुष्टि की जाँच की जाती है। एक अगस्त, 2019 से अब तक एक लाख 70 हजार से अधिक उपभोक्ताओं का फीडबैक लिया गया। इनका उपभोक्ता सन्तुष्टि प्रतिशत 91.73 आंका गया। असन्तुष्ट उपभोक्ताओं से मैदानी अधिकारियों द्वारा व्यक्तिगत सम्पर्क कर उनकी समस्या का निराकरण कर उन्हें संतुष्ट किये जाने का प्रयास किया जाता है।