नई दिल्ली
दिल्ली पुलिस के ही दो कर्मियों के साथ साइबर अपराध का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि ट्विटर पर फोन नंबर शेयर करने के बाद से इनके बैंक खाते खाली हो गए। फिलहाल साइबर टीम मामले की पड़ताल में जुटी है।
यहां आईजीआई एयरपोर्ट थाने में तैनात सिपाही आरपी त्रिपाठी का एक बैंक से क्रेडिट कार्ड में 57 हजार रुपये रिफंड का विवाद चल रहा था। उन्होंने ट्विटर पर अपनी शिकायत लिखी और बैंक को टैग करते हुए अपना फोन नंबर दे दिया।
ट्वीट के बाद 15 मिनट बाद ही आ गई कॉल
ट्वीट करने के 15 मिनट बाद ही उनके पास कॉल आई। कॉलर ने खुद को बैंक का अफसर बताते हुए पैसे लौटाने की बात कही और खाते की डिटेल्स पूछ लीं। थोड़ी देर बाद फिर कॉल आई और कहा कि पैसा ट्रांसफर नहीं हो पा रहा है, दूसरा अकाउंट बताइए।
दूसरे साथी का अकाउंट नंबर भी ले लिया
त्रिपाठी ने सिपाही दोस्त अनिल के खाते की डिटेल्स दे दीं। थोड़ी देर में अनिल के फोन पर 38 हजार रुपये खाते से निकलने का मेसेज आया। त्रिपाठी ने यह बात कॉल करने वाले को बताई तो उसने कहा कि ऐसा नहीं हो सकता, अपना खाता नंबर दीजिए। कुछ देर बाद त्रिपाठी के मोबाइल पर भी 500 रुपये निकाले जाने का मेसेज आया तो उन्हें ठगी का अहसास हुआ। ठग और पैसा इसलिए नहीं निकाल पाए, क्योंकि एक खाते में 87 रुपये और दूसरे में 76 रुपये ही बचे थे।