बिलासपुर
मुंबई में क्लीनिक बंद कर बिलासपुर में शिफ्ट होने वाली महिला डॉक्टर के सात लाख रुपये कीमती सामान को ट्रांसपोर्टर ने रास्ते से गायब कर दिया। इस मामले की रिपोर्ट पर पुलिस ने अमानत में खयानत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सिरगिट्टी पुलिस के अनुसार प्रियदर्शनी नगर निवासी डॉ.शिल्पी द्विवेदी पिता रमेशचंद द्विवेदी डेंटिस्ट हैं। वह मुंबई में क्लीनिक चलाती थी। इस बीच मुंबई से वह बिलासपुर शिफ्ट होने की योजना बनाई और यहां क्लीनिक खोलने के लिए मुंबई स्थित क्लीनिक में रखे उपकरणों समेत अन्य सामान को बिलासपुर लाने के लिए तिफरा के अग्रवाल इंडिया पैकर्स एंड मूवर्स से संपर्क किया। यहां सीएसईबी आफिस स्थित ऑफिस में डॉ. द्विवेदी ने संचालक आनंद शर्मा से मुलाकात करने के बाद 32 हजार रुपये में सामान को मुंबई से बिलासपुर लाने के लिए सौदा तय किया। बीते 14 अक्टूबर को स्थानीय ट्रांसपोर्टर अमित सिंह तंवर चार लेबर के साथ क्लीनिक पहुंचा। वहां सामान पैक किया। फिर डॉक्टर ने 10 हजार रुपये किराया आनंद शर्मा के बैंक खाते में जमा कराए। सामान को ट्रक में लोड कर अमित ने बताया कि सामान महाराष्ट्र के भीवंडी गोदाम तक जाएगा। फिर वहां से आनंद शर्मा अग्रवाल इंडिया पैकर्स एंड मूवर्स दूसरे वाहन में बिलासपुर ले जाएगा। इसी बीच आनंद शर्मा ने डॉ.द्विवेदी को फोन कर बकाया राशि 22 हजार रुपये अपने खाता में जमा करा लिया।
लेकिन, इसके बाद से वह सामान ट्रांसपोर्ट करने घूमाने लगा। बीते 19 अक्टूबर को आनंद शर्मा ने सामान पहुंचाने का आश्वासन दिया। इस बीच 27 अक्टूबर को ट्रक चालक व कर्मचारी सामान लेकर बिलासपुर पहुंचे। तब पता चला कि कई उपकरण टूट गए हैं। वहीं करीब सात लाख रुपये कीमती सामान गायब हैं। ट्रक में किसी दूसरे व्यक्ति का भी सामान रखा था। ट्रक चालक ने उन्हें बताया कि वह अहमदाबाद, सूरत व रायगढ़ में सामान खाली करते हुए यहां पहुंचा है। इस बीच डॉक्टर ने आनंद शर्मा को फोन किया, तब वह घूमाने लगा। फिर वह सामान को सुरक्षित पहुंचाने व गायब होने की जिम्मेदारी से मुकर गया। इस पर उन्होंने मामले की शिकायत थाने में कर दी। उनकी रिपोर्ट पर पुलिस ने चालक व ट्रांसपोर्टर के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है।