नई दिल्ली
अयोध्या में राम मंदिर बनने में चार से पांच साल का वक्त लग सकता है और इसके जल्दी निर्माण के लिए बेहतर तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। 'श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र' ट्रस्ट के 15 सदस्यों में से एक कामेश्वर चौपाल ने रविवार (9 फरवरी) को यह बात कही। राम मंदिर कितने समय में बनकर तैयार हो जाएगा, के साल पर उन्होंने कहा, "मेरे ख्याल में 4 से 5 साल में भव्य राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा। मंदिर को जल्द से जल्द तैयार करने के लिए बेहतर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा।"केंद्र ने अयोध्या में ''विशाल और भव्य राम मंदिर" के निर्माण के लिए बुधवार (5 फरवरी) को 15 सदस्यीय एक स्वतंत्र ट्रस्ट का गठन किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्चतम न्यायालय की तीन महीने की समयसीमा खत्म होने से चार दिन पहले ही लोकसभा में यह घोषणा की। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में मंजूरी के कुछ देर बाद मोदी ने राम मंदिर निर्माण की ''वृहद योजना" और इसके लिए 'श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र" नामक ट्रस्ट के गठन की लोकसभा में सूचना दी।
वहीं दूसरी ओर, सरकार और रामजन्मभूमि न्यास के बीच इस बात पर लगभग सहमति बन गई है कि रामजन्मभूमि न्यास की कार्यशालाओं में तराश कर रखे गए जयपुर के लाल पत्थरों और खंभों से ही रामजन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण शुरू किया जाएगा। इस संबंध में रामजन्मभूमि न्यास अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास व उनके उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास की पिछले दो दिनों में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से दो चरणों में वार्ता हुई।बातचीत में यह भी तय हुआ कि विश्व हिन्दू परिषद की ओर से प्रस्तावित राम मंदिर मॉडल के अनुसार ही रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण किया जाएगा। न्यास के इन प्रस्तावों को नवगठित रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की पहली बैठक में पेश किया जाएगा। इस पर सभी ट्रस्टी विचार कर अंतिम मुहर लगाएंगे।