पटना
बिहार के सीतामढ़ी जेल का एक वीडियो काफी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक कुख्यात बदमाश अपने साथियों को जन्मदिन पर पार्टी देते नजर आ रहा है. पार्टी में बकायदा केक काटा गया, जन्मदिन के गीत गाए गए और उसके बाद सभी कैदियों को मटन और चावल की दावत दी गई.
पिंटू तिवारी नाम का अपराधी 2015 में दरभंगा में दो इंजीनियरों के हत्याकांड में शामिल था और फिलहाल सीतामढ़ी जेल में इसी मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा है. बताया जा रहा है कि दो-तीन दिन पहले पिंटू तिवारी का जन्मदिन था और उसने जेल के अंदर ही अपना जन्मदिन मनाया.
वायरल वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि पिंटू तिवारी के जन्मदिन को मनाने के लिए केक और मोमबत्ती का इंतजाम किया गया. पिंटू ने केक काटा और जेल के अन्य कैदियों ने तालियां बजाते हुए जन्मदिन का गीत भी गाया.
पिंटू तिवारी का जन्मदिन था तो बर्थडे बॉय को तोहफा भी मिलना चाहिए. इसकी भी व्यवस्था इस मौके पर की गई थी और कैदियों ने पिंटू तिवारी को दो तोहफे भी दिए.
जन्मदिन का केक कट गया और पिंटू तिवारी ने तोहफा भी ले लिया तो इसके बाद बारी आई शानदार दावत की. दावत भी ऐसी वैसी नहीं, जेल के अंदर मटन और चावल की व्यवस्था की गई थी. वायरल वीडियो को देखने से यह साफ प्रतीत हो रहा है कि दावत का इंतजाम करने के लिए बाहर से बावर्ची लाए गए थे, जिन्होंने लजीज मटन और चावल पकाया.
वीडियो में तकरीबन एक दर्जन से भी ज्यादा कैदी पिंटू तिवारी के साथ जमीन पर बैठकर मटन और चावल का दावत उड़ाते नजर आ रहे हैं. जब मटन और चावल का दावत खत्म हो गया तो फिर बारी आई कुछ मीठा खाने की तो इसका भी प्रबंध किया गया था. एक थाली में मिठाई का बंदोबस्त किया गया था जिसे पिंटू तिवारी ने भी खाया और अन्य कैदियों को भी खिलाया.
सीतामढ़ी जेल के अंदर इस जन्मदिन पार्टी का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस महकमे के पैरों तले जमीन खिसक गई. वायरल वीडियो से साफ है कि सीतामढ़ी जेल में कानून की धज्जियां उड़ाते हुए जन्मदिन की पार्टी की व्यवस्था की गई और ऐसा कतई संभव नहीं है कि जेल प्रशासन के जानकारी के बिना ऐसा हुआ हो.
बिहार जेल आईजी मिथिलेश कुमार ने अब इस वीडियो का संज्ञान लेते हुए जांच का आदेश दे दिया है. जेल आईजी ने इस मामले में सीतामढ़ी जिला प्रशासन और जेल प्रशासन से तुरंत रिपोर्ट तलब की है, जिसके बाद दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की बात भी कही है.
गौरतलब है, पिछले 1 साल में कम से कम 2 बार बिहार के सभी जिलों में पुलिस के छापेमारी की है और वहां से कई मोबाइल फोन, चार्जर और नशीली पदार्थ बरामद किए हैं.
कुछ इसी तरीके का वीडियो इसी साल की शुरुआत में उत्तर प्रदेश के उन्नाव जेल से भी बाहर आया था जहां पर कुछ कैदी हाथों में हथियार लहराते हुए सेल्फी लेते नजर आए थे.