रायपुर
कलेक्टर एस भारतीदासन और रायपुर नगर निगम के आयुक्त सौरभ कुमार ने आज शहर में चल रहे विकास कार्यों का तीन घण्टे तक घूम घूमकर जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को कार्यों को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।
सबसे पहले उन्होंने तेलीबांधा मरीन ड्राइव के परिक्रमा पथ का जायजा लिया। उनके साथ निगम के अपर आयुक्त पुलक भट्टाचार्य, जोन क्रमांक 4 के जोन कमिश्नर चन्दन शर्मा, जोन क्रमांक 3 के जोन कमिश्नर अरुण साहू, जोन क्रमांक 2 के कार्यपालन अभियंता विनोद देवांगन, हरेंद्र साहू तथा अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। परिक्रमा पथ पर उन्होंने पैदल चलकर वस्तुस्थिति का जायजा लिया। वहां कुछ पेबर ब्लाक उखड़ गए थे या खराब हो गए थे। जिन्हें फौरन बदलने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने तेलीबांधा एक्सप्रेस वे के बगल में मारुति शो रूम के पास के साइड रोड के चौड़ीकरण कार्यों का जायजा लिया। यह सड़क तेलीबांधा मुख्यमार्ग से सीधे जुड़ रही है। इसे उन्होंने घुमावदार बनाने के निर्देश दिए ताकि दुर्घटना की आशंका को टाली जा सके। इस मार्ग पर एक नाला भी बन रहा है। यह नाला तेलीबांधा मुख्यमार्ग पर बने नाले से जुड़ेगा। इस नाले के बारे में भी उन्होंने जोन क्रमांक 3 और 4 के अधिकारियों से चर्चा कर समन्वय कर कार्य करने के निर्देश दिए।
इसके बाद कलेक्टर श्री भारतीदासन और निगमायुक्त श्री सौरभ कुमार ने आक्सीजोन का जायजा लिया। यहां उन्होंने राजातालाब मार्ग से निमार्णाधीन आक्सीजोन परिसर में प्रवेश किये। इसके बाद पैदल चलते हुए मल्टीलेवल पार्किंग और सैनिक कल्याण बोर्ड कार्यालय तक का जायजा लिया। इस दौरान वन विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे। आक्सीजोन में चल रहे कार्यों से वे सन्तुष्ट दिखे। उन्होंने वहां प्रकृति के अनुरूप पौधे लगाने और पक्षियों का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए।
कोतवाली थाना के पास खाली की गई जगह पर बनाई जा रही नवीन कोतवाली थाना का जायजा लिया। थाने को रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा बनाया जा रहा है। फिलहाल यहां जमीन समतलीकरण का कार्य किया जा रहा है। कलेक्टर एस भारतीदासन ने यहां ड्राइंग डिजाइन मंगवाकर परीक्षण किया। करीब 16 हजार वर्ग फीट में बनाई जाने वाली 5 मंजिला इमारत में पार्किंग के अलावा उद्यान के लिए भी अलग से जगह रखी गई है। सम्बन्धितों को बुलाकर उन्होंने पूछा निर्माण का काम कब से शुरू कर रहे हो। मई महीने के बाद बारिश शुरू हो जाती है। जिसके बाद कामकाज ठप हो जाता है। जून से पहले सिर्फ तीन महीने का समय है। इससे पहले ही उन्होंने ढांचा खड़ी करने के निर्देश दिए।