नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार देर शाम अमेरिका दौरे से दिल्ली पहुंचे. दिल्ली में उनका भव्य स्वागत हुआ. दिल्ली के सभी 7 सांसदों और बीजेपी के हजारों कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के पालम टेक्निकल एरिया में उनका स्वागत किया. इसके बाद पीएम मोदी ने अपने समर्थकों का अभिवादन किया और कहा कि आज दुनिया में भारत का मान बढ़ा है. इसी दौरान उन्होंने तीन साल पहले की 28 सितंबर की रात का भी जिक्र किया.
उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक की रात को याद करते हुए कहा, 'आज 28 सितंबर है और तीन साल पहले 28 सितंबर को मैं पूरी रात एक पल भी सोया नहीं था. पूरी रात जागता रहा, हर पल फोन की घंटी कब बजेगी इसके इंतजार में रहता था. उस दिन भारत के वीर जवानों के पराक्रम की एक स्वर्णीम गाथा लिखी जाने वाली थी. उस रात को देश के वीर जवानों ने सर्जिकल स्ट्राइक करके भारत की आन, बान और शान को दुनिया में और ताकत के साथ सामने रखा था.'
जवानों के उत्साह को पीएम ने किया प्रणाम
उन्होंने आगे अपने संबोधन में कहा, 'आज 28 सितंबर की उस रात को याद करते हुए हमारे वीर जवानों के उत्साह और पराक्रम को, मौत को मुट्ठी में लेकर चल पड़े जवानों को प्रणाम करता हूं.'
उन्होंने नवरात्रि की बधाई देते हुए कहा, 'भारत के कोने-कोने में कल से नवरात्री का पर्व शुरू हो रहा है. हिंदुस्तान के हर कोने में शक्ति उपासना का पर्व प्रारंभ हो रहा है. मैं सभी देशवासियों को शुभकामनाएं देता हूं.'
पीएम मोदी ने कहा, 'विश्व के लोगों का भारत की तरफ देखने का नजरीया बदला है. दुनिया भर में भारत के प्रति आदर का भाव बढ़ा है. इसका पूरा श्रेय भारत के लोगों और विश्व में फैले भारतीय लोगों के जाता है.' बता दें कि दिल्ली के पालम टेक्निकल एरिया में लोगों ने ढोल-नगाड़े के साथ पीएम मोदी का स्वागत किया.
क्या हुआ था 29 सितंबर 2016 को?
बता दें कि 29 सितंबर का दिन इतिहास में भारत द्वारा पाकिस्तान में घुसकर उसके आतंकी शिविरों को तबाह करने के साहसिक कदम के गवाह के तौर पर दर्ज है. दरअसल, जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में इंडियन आर्मी के कैंप पर हुए आतंकी हमले में 18 जवान शहीद हो गए थे. 18 सितम्बर 2016 को हुए इस हमले में पाकिस्तानी आतंकियों का हाथ बताया गया.
इस हमले का बदला लेने के लिए भारत ने 29 सितंबर को पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की और आतंकी कैंपों को नेस्तनाबूद कर दिया था. पाकिस्तान के खिलाफ कई गई इस सर्जिकल स्ट्राइक में घुसपैठ की फिराक में सीमा के इर्द गिर्द छिपे आतंकवादियों को सेना ने ठिकाने लगा दिया था.