लंदन
यूके में पहली बार ऐसा हो रहा है जब लेस्बियन कपल एक साथ एक ही बच्चे को अपने गर्भ में रखी। शेयर्ड मदरहुड प्रक्रिया के तहत यूके में ऐसा पहली बार हो रहा है। ब्रिटिश कपल जैस्मीन और डोना फ्रांसिस-स्मिथ के पहले बच्चे ओटिस का जन्म 2 महीने पहले हुआ। बच्चे का जन्म इन वीवो नैचरल फर्टिलाइजेशन प्रक्रिया के तहत हुआ। इस प्रक्रिया में अंडे (एग) को मां के शरी के अंदर ही प्रत्यारोपित किया जाता है कहीं बाहर से नहीं। इसके उलट आईवीएफ (इन वीट्रो फर्टिलाइजेशन) में यह प्रक्रिया शरीर के बाहर होती है।
एक मां की कोख से दूसरी मां की कोख में डाला गया भ्रूण
एनावीवो प्रक्रिया की शुरुआत स्विस तकनीक कंपनी एनाकोवा ने की है और लंदन के एक क्लिनिक में इसे सफलतापूर्वक प्रयोग किया गया। इस प्रक्रिया के तहत अंडे को जैविक मां के शरीर में एक कैप्सूल के जरिए पहुंचाया गया जहां से मां के गर्भ में एग पहुंचा। मां के गर्भ में जब एग सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित हो गया तो एक मां के शरी से उसे निकालकर दूसरी मां के गर्भ में डाला गया, जिसकी कोख से बच्चे का जन्म हुआ।
18 घंटे तक एक मां के गर्भ में रहा एग
नॉटिंगशर की रहनेवाली डोना ने टेलिग्राफ से बताया किए लेस्बियन कपल के तौर पर इस प्रेग्नेंसी से वह बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा, 'जैस्मीन और मुझे जिस तरह की अटेंशन मिल रही है वह हमारे लिए बहुत उत्साहजनक है। आम तौर पर सेम सेक्स कपल की प्रेग्नेंसी में ऐसा होता है कि कपल में से एक महिला ही गर्भधारण करती हैं जबकि दूसरी महिला इस प्रक्रिया में शामिल नहीं होती। हमारी प्रेग्नेंसी इस लिहाज से अलग थी और हम दोनों ही इसका हिस्सा बने। एग पहले 18 घंटे तक मेरे गर्भ में रहा और फिर इसे जैस्मीन के गर्भ में डाला गया।'
बच्चे को जन्म देनेवाली मां भी बहुत खुश
पेशे से डेंटल नर्स जैस्मीन का कहना है कि हम दोनों ही बहुत खुश हैं कि पहले ही प्रयास में हमारी आईवीएफ प्रक्रिया पूरी तरह से सफल हो गई। जैस्मीन ने कहा, 'मुझे लगता है कि हम सचमुच बहुत लकी हैं। कई बार ऐसा होता है कि पहली बार में आईवीएफ सफल नहीं होता और बहुत से लोगों को कई तरह की परेशानी भी होती है।